हथियारों के शौकीन
आम्र्स एक्ट के तहत झुंझुनूं जेल में 30 बंदियों को रखा गया है। इसके अलावा सीकर व चूरू जिले की जेलों में बंद होने वाले कुछ युवा अपराधी ऐसे भी हैं। जिनको हथियार के साथ दूसरी बार पुलिस ने दबोचा है। इनका कहना था कि चंद समय में ज्यादा रुपए कमाने के लिए इन्होंने ऐसा किया। लेकिन, वे हथियार सप्लाई करने वाले की शक्ल नहीं पहचानते हैं।
Sikar जिले की गणित
दंडित व विचाराधीन बंदियों के अपराध के अनुसार सीकर जेल में 18 मई तक 61 बंदी हत्या, 19 लूट व डकेती, 25 चोरी 129 बलात्कार व अन्य अपराध के 64 बंदी सजा काट रहे हैं। जो कई हिस्ट्रीशीटर व गैंगस्टरों से अपने संपर्क रखते हैं।
गैंगवार हावी
चूरू की जेल में वर्तमान में 228 बंदी सजा याप्ता हैं। यहां के जेलर रघुवीर सिंह ने बताया कि इनमें 15 के करीब बंदी बुजुर्ग हैं। बाकी के सब युवा हैं जो, ज्यादातर गैंगवार के शिकार हैं। इसके अलावा वे अपराधी शामिल हैं। जो बेरोजगारी का शिकार हैं और लालच में उल्टे-सीधे धंधों में फंस गए। जिनको जेल में आने के बाद अपनी गलती का अहसास हो रहा है।
जेल में बंद ज्यादातर युवा बंदी दिगभ्रमित है। जिनको सही राय या रास्ता नहीं मिलने पर इन्होंने अपराध का सहारा लिया। वर्ततान में 298 बंदियों में ज्यादातर बलात्कार के आरोपी हैं। -नरेश कुमार, उपअधीक्षक, जिला कारागृह सीकर