ऐसे में सांस्कृतिक मंडल द्वारा अबकी बार रावण दहन सांकेतिक रूप से ही हुआ। जिसमें चार फीट का रावण बनाकर चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में उसका दहन किया गया।
रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज एवं सूर्य मन्दिर लोहागर्ल पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य में हुए कार्यक्रम में भगवान राम ने बाण चलाकर रावण का दहन किया।
इसके बाद रामदरबार की फोटो पर तिलक कर राज्याभिषेक किया गया। इस दौरान सांस्कृतिक मंडल के पदाधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के खतरे की वजह से रामलीला की जगह इस बार सांस्कृतिक मंडल की ओर से नवहनपरायन रामायण के पाठ आयोजित किए गए।
जिसकी पूर्णाहूति भी आज हुई।