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राजस्थान में आईटीआई में प्रवेश से मोहभंग, 75 फीसदी कॉलेजों की सीट खाली

locationसीकरPublished: Sep 27, 2020 06:34:43 pm

Submitted by:

Sachin

प्रदेश के आईटीआई विद्यार्थियों का ऑनलाइन प्रवेश से पूरी तरह से मोहभंग हो गया है। ऑनलाइन केन्द्रीयकृत प्रवेश के बाद भी प्रदेश के 75 फीसदी से अधिक राजकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं की सीट खाली है।

राजस्थान में आईटीआई में प्रवेश से मोहभंग, 75 फीसदी कॉलेजों की सीट खाली

राजस्थान में आईटीआई में प्रवेश से मोहभंग, 75 फीसदी कॉलेजों की सीट खाली

सीकर. प्रदेश के आईटीआई विद्यार्थियों का ऑनलाइन प्रवेश से पूरी तरह से मोहभंग हो गया है। ऑनलाइन केन्द्रीयकृत प्रवेश के बाद भी प्रदेश के 75 फीसदी से अधिक राजकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं की सीट खाली है। यह पहला मौका है जब सरकारी प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रवेश के लिए दुबारा प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी रही है। ज्यादातर संस्थाओं में सीट खाली रहने पर अब विभाग ने प्रदेश की कई सरकारी संस्थाओं में ऑफलाइन प्रवेश को भी मंजूरी दी है। सीट रिक्त रहने की वजह से इस साल अक्टूबर महीने तक प्रवेश प्रक्रिया शुरू रह सकती हैं। दूसरी बड़ी वजह आईटीआई क्षेत्र में रोजगार की कमी की वजह से भी बेरोजगारों का थोड़ा क्रेज कम हुआ है।


केस एक: लक्ष्मणगढ़ में 60 में से आठ सीट भरी
लक्ष्मणगढ़ स्थित करमाबाई राजकीय महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में दो टे्रड की लगभग 60 सीट है। ऑनलाइन प्रवेश के जरिए महज आठ सीट भरी है। अब यहां ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन भी प्रवेश शुरू किए गए है।


केस दो: जिला कॉलेज में दुबारा आवेदन

जिला मुख्यालय स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में दस से अधिक ट्रेड संचालित है। कई सालों बाद पहली बार यहां भी कई टे्रड में सीट रिक्त रही गई। ऐसे में अब नए सिरे से प्रवेश की कवायद शुरू की है। यहां ई-मित्र के जरिए ही आवेदन मांगे गए है।


केस तीन: निजी संस्थाओं में तिथि बढ़ाने की मांग
निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में भी अभी तक 75 से 80 फीसदी तक सीट खाली है। ऐसे में कॉलेज संचालकों ने प्रवेश प्रक्रिया की तिथि एक महीने और बढ़ाने की मांग की है। कॉलेज संचालकों ने भी ऑन स्पॉट प्रक्रिया के तहत भी सीट भरने की अनुमति की मांग उठाई है।


इन दो वजहों से आवेदन कम

1. प्रवेश के लिए ऑनलाइन से दूरी:

ऑनलाइन दाखिले के लिए ई-मित्र संचालकों के जरिए आवेदन कराना होता हैं। काफी कम विद्यार्थी मोबाइल से प्रवेश फार्म भर पा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल कोरोना की वजह से विद्यार्थी घरों से बाहर भी कम ही जा पा रहे हैं। ऐसे में पहले राउंड में सरकारी कॉलेजों की सीट भी पूरी नहीं भरी है।


2. घटता रोजगार भी वजह:
आईटीआई विद्यार्थियों के रोजगार में भी सरकारी क्षेत्र में पिछले पांच साल में काफी कम आई है। बिजली कंपनियों के अलावा रेलवे में भर्ती का ग्राफ कम हुआ है। इस कारण बेरोजगारों ने आईटीआई के पाठ्यक्रम से थोड़ी दूरी बना ली है।


इनका कहना है

पहले राउंड में सीट पूरी नहीं भरी है। ऐसे में रिक्त सीटों को भरने के लिए दूसरे राउंड की प्रवेश प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत ऑफलाइन आवेदन भी लिए जा रहे हैं। कोरोना की वजह से भी कुछ बदलाव हुए है।
श्यामसुदंर शर्मा, प्रवेश प्रभारी, लक्ष्मणगढ़ आईटीआई कॉलेज

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