गांव में दहशत
भगवान सिंह से पूछताछ में बताया कि वह रतनगढ़ से शनिवार सुबह चला था। रविवार रात को वह पाटोदा पहुंच गया था। यहां एक परिचित के घर रात को रुकने के बाद सुबह अपने रिश्तेदार से मिलने चला गया। यहीं से ग्रामीणों को उसके आने की सूचना मिली। जो आग की तरह फैल गई। लोगों ने ग्राम सेवक, पटवारी, सरपंच व चिकित्सा विभाग को भी इसकी सूचना दी। इस पर विभाग के मेल नर्स मोहन सिंह व पटवारी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद उसे लौटा दिया गया। घटना के बाद मोहल्ले मेंं दहशत का माहौल हो गया।
सवालों में प्रशासन
मामले में दो जिलों के प्रशासन व चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि बुजुर्ग चूरू जिले का बॉर्डर पार कर बिना रोक टोक पाटोदा पहुंच गया। वहीं, इसके बाद भी चिकित्सा विभाग ने उसकी जांच कर उसे क्वारेंटाइन नहीं किया।