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लॉकडाउन में दो दिन भूखे पेट पदयात्रा कर गांव पहुंचा 80 वर्षीय बुजुर्ग, चिकित्सा विभाग के कहने पर पैदल लौट गया चूरू

locationसीकरPublished: Apr 27, 2020 04:21:42 pm

Submitted by:

Sachin

सीकर/पाटोदा. कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जारी लॉकडाउन के बीच एक 80 वर्षीय बुजुर्ग चूरू के रतनगढ़ कस्बे से पैदल चलकर सीकर के पाटोदा गांव पहुंच गया।

लॉकडाउन में दो दिन भूखे पेट पदयात्रा कर गांव पहुंचा 80 वर्षीय बुजुर्ग, चिकित्सा विभाग के कहने पर पैदल लौट गया चूरू

लॉकडाउन में दो दिन भूखे पेट पदयात्रा कर गांव पहुंचा 80 वर्षीय बुजुर्ग, चिकित्सा विभाग के कहने पर पैदल लौट गया चूरू

सीकर/पाटोदा. कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जारी लॉकडाउन के बीच एक 80 वर्षीय बुजुर्ग चूरू के रतनगढ़ कस्बे से पैदल चलकर सीकर के पाटोदा गांव पहुंच गया। मूल रूप से पाटोदा निवासी भगवान सिंह दो दिन पैदल चलकर पहुंचा था। रास्ते में उसे भोजन भी नहीं मिला था। रविवार रात पहुंचे बुजुर्ग की सूचना आज सुबह जैसे ही ग्रामीणों को मिली, तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी गई। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसे वापस लौटा दिया। इस पर बुजुर्ग वापस पैदल ही रतनगढ़ के लिए लौट गया। मामले में एक ओर जहां बुजुर्ग की लापरवाही सामने आई है। वहीं, चिकित्सा विभाग की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि चिकित्सा विभाग की जो टीम मौके पर पहुंची, उसके पास स्क्रिीनिंग के लिए कोई उपकरण नहीं था। ना ही टीम ने बुजुर्ग को क्वारेंटाइन किया। जबकि बुजुर्ग कोरोना का वाहक भी हो सकता है।


गांव में दहशत


भगवान सिंह से पूछताछ में बताया कि वह रतनगढ़ से शनिवार सुबह चला था। रविवार रात को वह पाटोदा पहुंच गया था। यहां एक परिचित के घर रात को रुकने के बाद सुबह अपने रिश्तेदार से मिलने चला गया। यहीं से ग्रामीणों को उसके आने की सूचना मिली। जो आग की तरह फैल गई। लोगों ने ग्राम सेवक, पटवारी, सरपंच व चिकित्सा विभाग को भी इसकी सूचना दी। इस पर विभाग के मेल नर्स मोहन सिंह व पटवारी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद उसे लौटा दिया गया। घटना के बाद मोहल्ले मेंं दहशत का माहौल हो गया।

 

सवालों में प्रशासन


मामले में दो जिलों के प्रशासन व चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि बुजुर्ग चूरू जिले का बॉर्डर पार कर बिना रोक टोक पाटोदा पहुंच गया। वहीं, इसके बाद भी चिकित्सा विभाग ने उसकी जांच कर उसे क्वारेंटाइन नहीं किया।

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