21 वर्षीय मनीषा बनीं राजस्थान की सबसे कम उम्र की सरपंच, निर्वाचन विभाग ने 3 दिन बाद माना
सीकर जिले के नीमकाथाना इलाके की पुरानाबास ग्राम पंचायत में 97 साल की विद्या देवी ( 97 Year Old Vidhay Devi Sarpanch ) ने प्रदेश की सबसे उम्रदराज सरपंच बनकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया है। विद्या देवी इन दिनों सोशल मीडिया पर बतौर ‘सुपर नानी’ फेमस हो रही हैं।
रोज कई किलोमीटर चलती है पैदल
विद्या देवी ने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ है और रोज कई किलोमीटर तक पैदल चल सकती हैं। विद्या देवी की जीत की खुशी केवल गांव पुरानाबास ही नहीं बल्कि पूरा शहर मना रहा है। सरपंच विद्या देवी ने पत्रिका को बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता गांव को स्वच्छ बनाने की रहेगी।
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इसके अलावा गांव के सभी बुजुर्गों को पेंशन मिले। इसके लिए वे उच्च अधिकारियों से बात कर बुजुर्गों की पेंशन शुरू करवाने का जल्द कार्य करेगी। पेयजल के बारे में बताया कि वे अपने कार्यकाल में हर व्यक्ति के घर-की दहलीज तक पानी पहुंचाने का काम कराएगी।
वर्षो से सियासत से रिश्ता
सरपंच विद्या देवी का परिवार शुरू से ही राजनीति से जुड़ा रहा है। जब पंचायतों का गठन किया गया था उस समय इनके ससुर सुबेदार सेडूराम बहादूर सरपंच चुने गए थे। इसके बाद 1977 में कांग्रेस की टिकट से विधायक का चुनाव हारने के बाद इनके पति मेजर शिवराम सिंह को ग्रामीणों ने निर्विरोध सरंपच चुना। इनका बड़ा बेटा रामसिंह व देवरानी भगवती देवी भी सरपंच के पद पर रह चुकी है। वर्तमान में पोता मोंटू कृष्णियां जिला परिषद सदस्य है।
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इस तरह पांचों प्रत्याशियों को मिले मत
ग्राम पंचायत में कुल 3945 मतदाता है। शुक्रवार को 2846 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। परिणाम में पांच उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा विद्या देवी को 843 मत मिले। आरती मीणा को 636, झमकोरी देवी को 503, विमला देवी को 455 व सबसे कम सुमन देवी को 424 वोट मिले।