सीकर में करोड़ों की ठगी, कोतवाली में दर्ज हैं 11 मामले
यह मामला वर्ष 2010 में खोली गई मिताशी टे्रड लिंक लिमिटेड और मिताशी ट्रेड लिमिटेड से जुड़ा है। आरोपियों ने एक गिरोह बनाकर प्रदेश के कई स्थानों पर इस कंपनी की शाखाएं खोली। लोगों को एक वर्ष में धन दो गुना करने के साथ बीमा व अन्य कई लाभ देने का झांसा देकर कंपनी का सदस्य बना लिया। सदस्यों से चैन सिस्टम के माध्यम से सौ करोड़ से अधिक रुपए जमा करवा कर वर्ष 2011 में कंपनी को एकदम से बंद कर दी। इसके बाद से कंपनी से जुड़े सभी आरोपी गायब हो गए। इस पर शहर कोतवाली में ही आरोपियों के लिए 11 मामले दर्ज करवाए गए।
महिला को सदस्य बना कर ठग लिए 15 लाख
आरोपियों ने गांव की महिला को अपनी कंपनी का सदस्य बनाकर उससे 15 लाख से अधिक रुपए ठग लिए थे। शहर कोतवाल कन्हैयालाल ने बताया कि बेरी निवासी किरण कंवर ने शहर कोतवाली में मामला दर्ज करवाया था कि उसके पति सूरत में काम करते हैं। बेटा एमबीए तक पढ़ा लिखा हुआ है। वह नौकरी की तलाश में था। फरवरी 2010 में शंकर सिंह की जयपुर से बस में आने के दौरान सरदारशहर निवासी धमेन्द्र जाडीवाल से मुलाकात हुई। धमेन्द्र ने शंकर सिंह को इस कंपनी के बारे में बताया। साथ ही बताया कि इस कंपनी में जुड़कर पैसा जमा करवाने पर पैसा एक वर्ष में दो गुना होने के साथ एक लाख से पांच लाख रुपए का बीमा, अस्पताल खर्चा, लाभांश व बम्पर पुरस्कार भी मिलते हैं। लेकिन शंकर ने इसमें रूचि नहीं दिखाई। ऐसे में आरोपी धर्मेन्द्र ने उसकी मां को झांसे में ले लिया।
होटल में बुलाकर दिखाए शाही सब्जबाग
आरोपियों ने गांवों के लोगों ने यहां होटलों में बुलाकर कंपनी के फायदे के शादी सब्जबाग दिखाए थे। यहां पर होटल में आयोजित कंपनी की सेमीनार में धर्मेन्द्र व कृष्ण जाड़ीवाल ने कहा था कि वे साधारण परिवार के हैं, लेकिन इस कंपनी से जुडऩे के बाद उनके पास पैसा, मकान, कार और जमीन भी है। उसके पिता सरकारी शिक्षक होते हुए भी इस कंपनी से जुड़े हुए हैं। आरोपियों ने एक से पांच लाख तक का बीमा भी बड़ी कंपनियों की ओर से किए जाने की बात कही। ऐसे में किरण कंवर ने स्वयं और परिचितों की लगभग 15 लाख की राशि का कंपनी में निवेश कर दिया। इसके बाद वर्ष 2011 में कंपनी को एक दम से बंद कर दिया गया। कुछ पीडि़तों ने सम्पर्क किया तो जोधपुर में बैठक कर सभी को पैसा वापस देने की बात का झांसा दिया गया। आखिर पैसा नहीं मिलने पर शहर कोतवाली में 11 मामले दर्ज करवाए गए।
कई आरोपी विदेश भागे, अब तक दूसरी गिरफ्तारी
सीकर शहर कोतवाली व नीमकाथाना में दर्ज मामलों में पुलिस ने 10 आरोपियों को नामजद किया था। मामले के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश की तो सामने आया कि अधिकतर आरोपी विदेश भाग गए हैं।