आदतन रिश्वत खोर
जांच में पता लगा कि माधोराम आदतन रिश्वत खोर है। वह जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर अन्य सर्टिफिकेट में भी रिश्वत बिना काम नहीं करता था। एसीबी टीम माधोराम से पूछताछ में जुटी है।
यूं पकड़ा गया था आरोपी
गौरतलब है कि कनिष्ठ सहायक ने पड़ौसी परिवादी लक्ष्मीनारायण से प्रधानमंत्री शौचालय निर्माण योजना की 12 हजार रुपए की राशि स्वीकृत करने की एवज में 1500 रुपए की रिश्वत मांगी थी। डीएसपी जाकिर अख्तर ने बताया कि परिवादी लक्ष्मीनारायण निवासी इसकी शिकायत एसीबी में कर दी। जिसमें उसने बताया कि कई दिनों से कनिष्ठ सहायक माधोराम नायक वेरीफिकेशन व फाइल पास करने में आनाकानी कर रहा है। रिश्वत की मांग कर रहा है। इस पर एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया। सत्यापन के दौरान उन्होंने पंद्रह सौ रुपए मांगे। इंस्पेक्टर सुरेश चौहान ने सत्यापन के बाद ट्रेप करने की योजना बनाई। सोमवार सुबह एसीबी की टीम रूपगढ पंचायत में पहुंच गई। फाइल की एवज में एक हजार रुपए देने पर सहमति बनी। रुपए लेने के बाद एसीबी ने कनिष्ठ सहायक को ट्रेप कर लिया।