शिकायत रजिस्टर में गड़बड़ी, तो कहीं जमीन पर बैठे मिले बच्चे
राजस्थान के सीकर जिले में कलक्टर सहित विभिन्न अधिकारियों ने बुधवार को जिलेभर के विभागों में औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में कलक्टर सहित विभिन्न अधिकारियों ने बुधवार को जिलेभर के विभागों में औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान कलक्टर अविचल चतुर्वेदी ने पलसाना व रींगस सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण कर कमियों में सुधार के निर्देश दिए। पलसाना में उन्होंने राजीव गांधी सेवा केन्द्र का भवन देखकर पंचायत समिति कार्यालय जल्द ही वहां संचालन के संकेत दिए। कलक्टर सुबह 11 बजे बिजली विभाग के एईएन कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने शिकायत रजिस्टर का संधारण नहीं होने पर नाराजगी जताई। इसके बाद कलक्टर राजकीय विद्यालय में पहुंचे। जहां बार्ड कक्षा के छात्र जमीन पर बैठे मिले। इस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए बच्चों को फर्नीचर उपलब्ध कराने की हिदायत प्रधानाचार्य को दी। इसके बाद वे ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचे। जहां पंचायत समिति भवन को लेकर सरपंच रुप सिंह से चर्चा के साथ उन्होंने ग्राम विकास अधिकार देवेन्द्र जांगिड़ को मनरेगा मजदूरों की कम संख्या होने पर जवाब तलब किया। बाद में सहकारी समिति कार्यालय का भी निरीक्षण किया। जहां जिम सेंटर, लाईब्रेरी, मिनी बैंक आदि का निरीक्षण कर समिति के कामकाज को सराहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान सरंपच रूपसिंह, नन्दलाल बिजारनियां व सीएचसी प्रभारी डॉ पीडी बराला ने अस्पताल में मोर्चरी व गायनिक चिकित्सक की मांग रखी। पलसाना में कलक्टर ने सभी कार्यालयों में कार्यालय समय का बोर्ड व ईमित्र पर लगने वाले शुल्क की सूची भी बाहर चस्पा करने की हिदायत दी। इसी तरह कलक्टर चतुर्वेदी ने रींगस में नगर पालिका भवन व इंदिरा रसोई का भी जायजा लिया।
चिकित्सा अधिकारियों ने भी जांची व्यवस्थाएं
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ हर्षल चैधरी, शहरी डीपीएम प्रदीप चाहर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लक्ष्मणगढ, फतेहपुर, रामगढ सेठान, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसीदपुरा व हरसावा का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जबकि उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सीपी ओला, डीपीएम प्रकाश गहलोत ने सीएचसी पलसाना, रींगस, श्रीमाधोपुर, पीएचसी बाजौर व ठिकरिया का निरीक्षण किया। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ निर्मल सिंह व जिला सूचना, शिक्षा एवं संचार समन्वयक कमल गहलोत ने सीएचसी कोसली, धोद, लोसल व पीएचसी खूड और काशी का बास का निरीक्षण किया। इसी प्रकार जिला क्षय रोग निवारण अधिकारी डॉ विशाल सिंह व पीपीएम समन्वयक रोहित माथुर ने सामान्य चिकित्सा नीमकाथाना, सीएचसी पिपराली, गुहाला, नीमकाथाना और पीएचसी चला व सिरोही का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। संभागीय आयुक्त के निर्देशानुसार किए गए निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारियों ने चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी, मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत दवाइयों की उपलब्धता, निशुल्क जांच के तहत की गई जांचों की स्थिति, विभागीय योजना के तहत लाभान्वित किए गए लोगों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान पाई गई कमियों को एक माह में दूरूस्त करने के निर्देश देते हुए आगामी निरीक्षण के दौरान उक्त कमियां पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी गई।
प्रशासनिक व्यवस्थाओं व सेवाओं की उपलब्धता में सुधार करने के उददेश्य से किए गए निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारियों को आमजन को राज्य सरकार की मंशा के अनुसार सेवाएं व सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रोत्साहित करने व पाई गई कमियों को एक माह में दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
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