वीक्षक की भूमिका संदिग्ध
पुलिस की अब तक की जांच में सामने आया है कि दस्तावेज की जांच के दौरान राजकुमार वहां उपस्थित था। उसके फिंगर प्रिंट व फोटो की सहीं जांच कर सीट आवंटित कर दी गई। इसके बाद राजकुमार बाथरूम में चला गया और डमी अभ्यर्थी नमित निकल कर बाहर आ गया। इसके बाद वहां तैनात विक्षक कृष्ण और मनोज नाम के व्यक्ति ने राजकुमार को बाहर निकालने में मदद की। उसे ऐसे गेट से बाहर निकाला गया, जहां पर जांच नहीं हो रही थी। निगम के एक्सईएन नवलगढ़ रोड स्थित किसान कॉलोनी रणवीर सिंह भूकर ने इसका मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस तलाश रही है हरियाणा गिरोह के तार
डमी अभ्यर्थी मूलत हरियाणा का निवासी है। पुलिस को शक है कि परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाने की वारदात में हरियाणा का गिरोह सक्रिय रहा है। इस गिरोह के लोग परीक्षा से पहले सीकर के एक होटल में ठहरे थे। पुलिस अब होटल से मिले नाम पतों के आधार पर उनकी तलाश कर रही है।