राजस्थान विवि से आगे रहा शेखावाटी विवि
इस प्रतियोगिता में राजस्थान विवि से आगे हमारा शेखावाटी विवि रहा है। महर्षि दयानंद विवि को पांचवीं रैंक मिली है। यहां के खिलाडिय़ों ने 14 स्वर्ण पदकों के साथ कुल 41 पदक जीते हैं। जबकि नौ पदकों के साथ चूरू के ओमप्रकाश जोगेन्द्र सिंह ने 17 वीं रैंक हासिल की है। शेखावाटी विवि ने सात पदकों के साथ देशभर में 43 वीं रैंक हासिल की है। यहां के खिलाडिय़ों ने एक स्वर्ण पदक के साथ सात पदक जीते हैं। कोटा विश्वविद्यालय दो पदकों के साथ 58 वें पायदान पर रहा है। गंगासिंह विवि ने पांच पदक के साथ 59 वीं रैंक, राजस्थान विवि ने 4 पदकों के साथ 74 वीं, एक पदक के साथ जयनारायण व्यास विवि ने 99 वीं रैंक हासिल की है।
इन दो उदाहरणों से समझें जज्बा
1. किसान की बेटी लगातार जीत रही तमगे
रसीदपुरा गांव निवासी डिस्कस थ्रो खिलाड़ी पूनम फेनिन ने स्कूली गेम्स से कॅरियर की शुरुआत की। पहले वह दौड़ का अभ्यास करती थी, लेकिन पिता दीनदयाल फेनिन की सलाह पर उन्होंने खेल बदल लिया। नेशनल प्रतियोगिता बंगलूरु व रांची में स्वर्ण पदक जीत चुकी है।
2. बॉक्सिंग में मुस्कान ने बढ़ाया शेखावाटी का मान
बॉक्सिंग जैसे खेल में भी हमारी बेटियां किसी से कम नहीं है। शेखावाटी विवि की खिलाड़ी मुस्कान ने सात साल की मेहनत के दम पर इस खेल में अपनी अलग पहचान बनाई है। खेलो इंडिया में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता है। अब अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी में जुट गई हैं।