आने से पहले सात बार सोचते हैं शिक्षा मंत्री ने कहा कि कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में आने से पहले सात बार सोचते है कि जाए या नहीं। जबकि मेरा मानना है कि कार्यक्रम कोई छोटा बड़ा नहीं होता। कार्यक्रम में जाने से ही उस वर्ग के बारे में जानने और समझने का मौका मिलता है।
यह उत्पाद शोरूम में बिकता तो होता महंगा प्रर्दशनी में सजे उत्पादों की कारीगरी को शिक्षा मंत्री ने काफी सराहा। उन्होंने कहा कि यदि यही उत्पाद कही शोरूम में होते तो इनकी कीमत कई गुणा बढ़ जाती। उन्होंने खुद भी प्रदर्शन से खरीददारी की। र्कायक्रम में महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक अनुराधा सक्सेना ने धन्यवाद जताया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर जयप्रकाश, जिला परिषद के मुख्य र्कायकारी अधिकारी जेपी बुनकर, उपनिदेशक सुमन पारीक, सहायक निदेशक लोक सेवायें राकेश लाटा, परियोजना समन्वयक विक्रम सिंह चौहान, जिला र्कायक्रम सहायक अवेश चौहान सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित अन्य मौजूद रहे।
मनाया जन्मोत्सव र्कायक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री द्वारा बेटी जन्मोत्सव पर छोटी-छोटी बालिकाओं के जन्म दिवस पर केक काटकर उनका जन्मोत्सव मनाया। शिक्षा मंत्री ने कक्षा १0वीं व 12 कक्षा में राज्य स्तरीय मेरिट में आने वाली बेटियों को 5-5 हजार रुपए का चेक देकर सम्मानित किया।
१६ तक कर खरीदारी शहरवासी १६ दिसम्बर तक खरीददारी कर सकेंगे। महिला एवं अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक अनुराधा सक्ेसना ने बताया कि अमृता हाट मेले में ४० से अधिक स्वयं सहायता समूह की स्टॉल लगेगी। इसमें सीकर, जयपुर, कोटा, जोधपुर, झुंझुनूं व अलवर जिले की स्वयं सहायता समूह की सदस्य आई हुई है। मेले का समय सुबह ग्यारह से शाम छह बजे तक रहेगा।