सीकर

मनमर्जी से खफा किसानों ने लगाया मंडी पर ताला

पुलिस की मौजूदगी में शुरू हुई बोली

सीकरMar 26, 2019 / 10:53 pm

Puran

मनमर्जी से खफा किसानों ने लगाया मंडी पर ताला

 
सीकर. कृषि उपज मंडी में प्याज की बोली में आढतियों की मनमानी के विरोध में किसानों ने मंगलवार को मुख्य द्वार बंद कर दिए। हुआ यूं की प्याज के बोली लगाने के लिए जब अनाज के व्यापारी बोली स्थल पर पहुंचे तो प्याज के भावों में उछाल आ गया। प्याज के भावों में उछाल को देखते हुए आढतियों ने बोली का बहिष्कार कर दिया और मंडी में कारोबार ठप कर दिया। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने प्याज के आढतियों के विरोध में मंडी के दोनो गेट बंद कर दिए और बोली शुरू करवाने की मांग की। करीब एक घंटे तक चले घटनाक्रम के कारण मंडी में न तो कोई किसान प्याज लेकर पहुंचा और न ही किसान का प्याज बाहर गया। आक्रोशित किसानों ने प्याज की बोली में भावों को लेकर मनमर्जी करने के आरोप लगाए। मंडी के दोनो गेट बंद होने से मंडी परिसर में वाहनों की कतारें लग गई। बाद में पुलिस की मौजूदगी में आढतियों ने प्याज की बोली शुरू की। इस दौरान सीकर मंडी में प्याज के थोक भाव साढ़े चार रुपए किलोग्राम तक रहे। मंडी में प्याज के 453 वाहन प्याज के कट्टे लेकर पहुंचे।
 

इसलिए विरोध

कृषि उपज मंडी में प्याज की बोली लगाने के लिए अनाज के कारोबारी पहुंचे तो प्याज के थोक भाव में उछाल आ गया। इसके बाद प्याज के आढतियों ने प्याज की बोली का बहिष्कार कर दिया। इससे आक्रोशित किसानों ने मंडी के दोनो गेट बंद कर दिए। वहीं प्याज के आढतियों ने मीटिंग कर प्याज की खरीद के दौरान सुरक्षा की मांग को लेकर बहिष्कार कर दिया। इसके बाद पुलिस के जवानों की मौजूदगी में बोली शुरू की गई। गौरतलब है कि पिछले 15 दिन में चार बार मंडी के गेट बंद रहने से व्यापारियों सहित आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
 

लाइसेंस एक तो क्यूं

मनमानी सीकर कृषि उपज मंडी की ओर से सभी आढतियों को कृषि जिन्स का कारोबार करने के लिए लाइसेंस दिए गए हैं। खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के नवरंग खीचड़ ने बताया कि जब सभी लाइसेंस कृषि जिन्स का कारोबार करने के हैं तो अनाज के व्यापारियों को दरकिनार क्यों किया जा रहा है। अनाज व्यापारियों को खरीद का मौका नहीं दिए जाने पर मंडी में अनाज का कारोबार भी बंद कर दिया जाएगा। इसको लेकर मंडी प्रशासन से वार्ता की गई तो मंडी प्रशासन ने प्याज की खरीद करने के लिए आश्वासन दिया।
इनका कहना है

कृषि जिन्स का लाइसेंस रखने वाला अनाज व्यापारी भी बोली में भाग ले सकता है। अनाज और प्याज के कारोबारियों से वार्ता की जाएगी। फिलहाल बोली सुचारू रूप से चल रही है।- देवेन्द्र सिंह बारेठ, मंडी सचिव सीकर
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