पंचायत समिति की बढ़ी दूरी
ग्रामीणों ने बताया कि लादीकाबास को पाटन पंचायत समिति से हटाकर अजीतगढ़ में शामिल कर दिया, जो ग्राम पंचायत मुख्यालय से 55 किमी दूर है। वहीं पाटन पंचायत समिति ग्राम पंचायत मुख्यालय से महज 16 किमी दूर है। ऐसे में लोगों को सरकारी कामकाज के लिए अजीतगढ़ पंचायत समिति जाना पड़ेगा। जिससे लोगों का समय के साथ ही आर्थिक हानि झेलनी पड़ेगी।
पहले भी कर चुके चुनावी बहिष्कार
वर्ष 2019 में ग्राम पंचायत लादीकाबास को पाटन पंचायत समिति से हटाकर अजीतगढ़ में शामिल किया गया था तब भी ग्रामीणों ने बैठक का आयोजन कर चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था। 17 जनवरी को हुए पंचायत चुनावों का ग्रामीणों ने वार्ड पंच व सरपंच पद के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। इस कारण पंचायत चुनाव नहीं हुए थे।
10 अक्टूबर को है चुनाव
लादी का बास गांव में पंच सरपंच पद के लिए चुनाव 10 अक्टूबर को है। इसके लिए 30 सितंबर को वार्ड पंच व सरपंच पद के नामाकंन भरे जायेेंगे। लेकिन, ग्रामीणों का कहना है कि वह मांग पूरी नहीं होने तक चुनाव के बहिष्कार के फैसले पर अटल रहेंगे। फिर चाहे वो चुनाव ग्राम पंचायत का हो या लोकसभा का।