मिलेगा प्रशिक्षण तभी पूरा होगा लक्ष्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए सीएचओ की भर्ती की थी। लेकिन जब तक सीएचओ को ब्रिज कोर्स नहीं कराया जाता, तब तक वह मरीजों के उपचार में सहायत नहीं बन सकते हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्र के अस्पतालों से दवाब कम होना अभी भी सवाल बना हुआ है।
परेशान चयनित अभ्यर्थी
कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भर्ती प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले दो साल की देरी से हुई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने विज्ञप्ति में 25 हजार मानदेय सहित अन्य भत्ते देने की बात कही थी। लेकिन अब घर से दूर रहकर महज आठ हजार में खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। जबकि कई अभ्यर्थी तो ऐसे है जो निजी व सरकारी नौकरी छोड़कर सीएचओ की भर्ती में आए है।
कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भर्ती प्रदेश में अन्य राज्यों के मुकाबले दो साल की देरी से हुई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार ने विज्ञप्ति में 25 हजार मानदेय सहित अन्य भत्ते देने की बात कही थी। लेकिन अब घर से दूर रहकर महज आठ हजार में खर्चा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। जबकि कई अभ्यर्थी तो ऐसे है जो निजी व सरकारी नौकरी छोड़कर सीएचओ की भर्ती में आए है।
मांगे नहीं मानी तो अब प्रदेशभर में आंदोलन
ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन यूनाइटेड के अध्यक्ष भरत बेनीवाल का कहना है कि सरकार को कई बार सीएचओ की ओर से मांग पत्र दिया जा चुका है। इसके बाद भी सरकार चयनित अभ्यर्थियों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में जल्द प्रदेशभर में आंदोल शुरू किया जाएगा।
ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन यूनाइटेड के अध्यक्ष भरत बेनीवाल का कहना है कि सरकार को कई बार सीएचओ की ओर से मांग पत्र दिया जा चुका है। इसके बाद भी सरकार चयनित अभ्यर्थियों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में जल्द प्रदेशभर में आंदोल शुरू किया जाएगा।