नीमकाथाना उप पुलिस अधीक्षक गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि आरएसआरडीसी कंपनी त्रिवेणी टोल प्लाजा का संचालन करती है। जिसके सुपरवाइजर जगदीप जाट ने रिपोर्ट दी है कि शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे वह टोल प्लाजा के ऑफिस में सो रहा था।
अचानक कोलाहल सुनकर वह बाहर आया तो करीब 15 से 20 जने टोल बूथ पर तोडफ़ोड़ कर रहे थे। जिनमें से दिवराला निवासी रघुवीर उर्फ रघु टोल के टीसी कर्मचारी दीपक पर पिस्तौल तान बूथ के रुपए लूट रहा था।
रिपोर्ट में बताया है कि उनमें से कुछ लोगों ने ऑफिस में घुसकर भी तोडफ़ोड़ करते हुए जगदीप के साथ भी मारपीट की। आरोप है कि बदमाशों ने जगदीप को पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश भी की। लेकिन, बड़ी मुश्किल से वह जान बचाने में कामयाब रहा। रिपोर्ट में ऑफिस में रखी अलमारी से करीब दो लाख रुपए लूटने के साथ पेट्रोल से आग लगाने और कर्मचारियों के मोबाइल छीनकर ले जाने का आरोप भी लगाया गया है। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
तीन की पहचान, सात घंटे निशुल्क रहा टोल
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में उपद्रव करने वालों में 3 की पहचान का जिक्र किया गया है। जो दिवराला निवासी रघुवीर उर्फ रघु गुर्जर, बालोड निवासी ताराचंद गुर्जर तथा मनोहरपुरा निवासी अमर सिंह बताए गए हैं। उपद्रव से कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान होने की बात कही गई है।
सुपरवाइजर जगदीप ने बताया कि टोल की मशीनरी टूटने पर सुबह पांच से दोपहर 12 बजे तक टोल से गुजरने वाले वाहनों से टोल भी नहीं लिया जा सका। इस दौरान सभी वाहन निशुल्क गुजरते रहे।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना पर नीमकाथाना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भार्गव, उप पुलिस अधीक्षक गिरधारी लाल शर्मा एवं आरएसआरडीसी के सहायक अभियंता राम सोनकर ने मौका मुआयना किया।
सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए। पुलिस जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा कर रही है।