प्रदेश में दो हजार से अधिक चिकित्सक व इतने ही नर्सिंग कर्मचारियों ने कोरोना वायरस की जंग में सरकार ने उतार रखा है। इनकी ओर से स्क्रीनिंग व सर्वे सहित अन्य कार्य कराए जा रहे है। इसके बाद भी सेवानिवृत्ति अवधि नहीं बढ़ाए जाने से इन चिकित्सकों में काफी नाराजगी है। चिकित्सकों की यूनियन ने इस संबंध में सरकार को मांग पत्र भेजा है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग गु्रप दो की ओर से 31 मार्च को आदेश जारी किया गया। इसमें चिकित्सकों के कार्यकाल बढ़ोतरी के बारे में बताया गया है। लेकिन ऐलोपैथिक चिकित्सकों के अलावा किसी का जिक्र नहीं है। शासन उप सचिव संजय कुमार की ओर से जारी आदेश में बताया कि मार्च महीने में सेवानिवृत्त होने वालों की सेवा छह महीने, अप्रेल में सेवानिवृत्त होने वालों की पांच महीने व अगस्त में सेवानिवृत्त होने वालों की अवधि एक महीने बढ़ाई है।
अभी तक आयुष चिकित्सक व नर्सेज की सेवानिवृत्ति बढ़ाने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है। सीमा शर्मा, निदेशक, आयुर्वेद विभाग प्रदेशभर में ग्रास रूट पर लगभग दो हजार चिकित्सक व इतने ही नर्सिंग स्टाफ गांव-गांव में कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग करने में जुटा है। लेकिन सरकार ने इनकी सेवानिवृत्ति को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है।
डॉ. राजेश मीणा, अध्यक्ष, रा. आयष डॉक्टर एसोसिएशन
छीतरमल सैनी, प्रदेशाध्यक्ष, अखिल राजस्थान आयुष नर्सेज महासंघ