scriptकोरोना के रण से घर जाएंगे आयुष योद्धा ! | Ayush warriors will go home due to Corona's battle | Patrika News

कोरोना के रण से घर जाएंगे आयुष योद्धा !

locationसीकरPublished: Apr 02, 2020 05:19:27 pm

Submitted by:

Ajay

सरकार का यह कैसा फरमान: ऐलोपैथिक चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति अवधि बढ़ाई, आयुष को इंतजारसरकार के फैसले पर उठ रहे सवाल: विश्व स्वास्थ्य संगठन कर चुका है कोरोना को महामारी घोषित50 से अधिक चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारी 31 मार्च को हो गए सेवानिवृत्त

कोविड-19 के उपचार को लेकर बंटे निजी व सरकारी चिकित्सक

कोविड-19 के उपचार को लेकर बंटे निजी व सरकारी चिकित्सक

सीकर. भीलवाड़ा से लेकर झुंझुनूं तक मोर्चा संभालने वाले चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से जारी आदेशों को लेकर सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। सरकार ने ऐलोपैथी चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति का कार्यकाल तो बढ़ा दिया। लेकिन आयुर्वेद व यूनानी चिकित्सकों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। इस वजह से कोरोना के जंग के मैदान में डटे आयुष चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारियों को बीच युद्ध से घर जाना पड़ेगा। प्रदेश में अगले दो महीने में लगभग 400 से अधिक चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन कोरोना को महामारी घोषित कर चुके है। खास बात यह है कि 50 से अधिक चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारियों को सरकार ने कोरोना के युद्ध के बीच 31 मार्च को घर भेज दिया है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि एक तरफ सरकार चिकित्सकों की कमी को लेकर परेशान है दूसरी तरफ आयुष चिकित्सकों की उपेक्षा सवाल खड़े कर रही है।
दो हजार आयुष चिकित्सकों ने संभाल रखा है मोर्चा
प्रदेश में दो हजार से अधिक चिकित्सक व इतने ही नर्सिंग कर्मचारियों ने कोरोना वायरस की जंग में सरकार ने उतार रखा है। इनकी ओर से स्क्रीनिंग व सर्वे सहित अन्य कार्य कराए जा रहे है। इसके बाद भी सेवानिवृत्ति अवधि नहीं बढ़ाए जाने से इन चिकित्सकों में काफी नाराजगी है। चिकित्सकों की यूनियन ने इस संबंध में सरकार को मांग पत्र भेजा है।
चिकित्सकों को लेकर यह आदेश
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग गु्रप दो की ओर से 31 मार्च को आदेश जारी किया गया। इसमें चिकित्सकों के कार्यकाल बढ़ोतरी के बारे में बताया गया है। लेकिन ऐलोपैथिक चिकित्सकों के अलावा किसी का जिक्र नहीं है। शासन उप सचिव संजय कुमार की ओर से जारी आदेश में बताया कि मार्च महीने में सेवानिवृत्त होने वालों की सेवा छह महीने, अप्रेल में सेवानिवृत्त होने वालों की पांच महीने व अगस्त में सेवानिवृत्त होने वालों की अवधि एक महीने बढ़ाई है।
इनका कहना है
अभी तक आयुष चिकित्सक व नर्सेज की सेवानिवृत्ति बढ़ाने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है।

सीमा शर्मा, निदेशक, आयुर्वेद विभाग

प्रदेशभर में ग्रास रूट पर लगभग दो हजार चिकित्सक व इतने ही नर्सिंग स्टाफ गांव-गांव में कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग करने में जुटा है। लेकिन सरकार ने इनकी सेवानिवृत्ति को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किया है।
डॉ. राजेश मीणा, अध्यक्ष, रा. आयष डॉक्टर एसोसिएशन
अगले छह महीनों में 200 से अधिक स्टाफ सेवानिवृत्त हो जाएगा। एक तरफ सरकार चिकितसक व नर्सिंग कर्मचारियों की कमी से जूझ रही है। ऐसे में सेवा बढ़ोतरी का फैसला लेना चाहिए।
छीतरमल सैनी, प्रदेशाध्यक्ष, अखिल राजस्थान आयुष नर्सेज महासंघ
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