Lohargal Mela 2018 में परिक्रमा करने के लिए आने वाले श्रद्धालु लोहार्गल के सूर्यकुण्ड में स्नान व पहाड़ी की चोटी पर स्थित मंदिर में मालकेत बाबा के दर्शन कर बाबा के जयकारे लगाते हुए रवाना होंगे। लोहार्गल परिक्रमा की शुरुआत करने वाले श्रद्धालु गोल्याना से चिराना घाटी पार करके किरोड़ी धाम पहुंचेंगे। जहां रात्रि मेें विश्राम कर दूसरे दिन सुबह आगे के सफर के निकलेंगे।
गोगानवमी की तुलना में श्रद्धालु दशमी, एकादशमी को अधिक संख्या में लोहार्गल पहुंचेंगे और परिक्रमा की शुरूआत करेंगे। परिक्रमा पूर्णकर श्रद्धालु अमावस्या को लोहार्गल पहुंचेंगे और सूर्यकुण्ड में स्नान करके अपने घरों की ओर लौटेंगे।
तैयारियां परवान पर
गोगानवमी से शुरू होने वाली मालकेत बाबा की 24 कोसीय परिक्रमा को लेकर तैयारियां परवान पर चल रही हंै। ग्राम पंचायतें अपने अपने क्षेत्र में आने वाले परिक्रमा मार्ग को दुरस्त करने में जुटी हुई हैं। सती मंदिर से चिराना घाटी तक परिक्रमा मार्ग में अवरोधक पैदा करने वाली कंटीली झाडिय़ों की छंगाई के लिए मजदूर लगे हुए हंै।
चिराना सरपंच प्रियंका सैनी ने बताया कि परिक्रमा शुरू होने से पूर्व पंचायत क्षेत्र से गुजरने वाले परिक्रमा मार्ग को दुरस्त किया जा रहा है। पंचायत क्षेत्र से गुजरने वाले रास्तों की साफ सफाई के कार्य युद्धस्तर चलाया जा रहा है।
इधर नांगल ग्राम पंचायत की ओर से कोट क्षेत्र में से गुजरने वाले परिक्रमा मार्ग की साफ सफाई करवाई जा रही है। सरपंच अर्जुनलाल वर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत नांगल के क्षेत्र में से गुजरने वाले मार्ग में साफ सफाई के साथ रोशनी की व्यवस्था करवाई जा रही है।
लोहार्गल में ग्राम पंचायत द्वारा मेले व परिक्रमा को लेकर तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सरपंच घासीराम स्वामी ने बताया कि सूर्यकुण्ड से खाकी चौक तक पंचायत की ओर रोशनी की व्यवस्था की गई।
कुण्ड पर वाहनों को जाने से रोकने के लिए खाकी चौक पर नाका स्थापित कर कर्मचारी तैनात किया गया है। विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा विद्युत लाईनों को दुरस्त किया जा रहा है। परिक्रमा के पहले पड़ाव किरोड़ी धाम पर साफ सफाई युद्धस्तर पर जारी है।
ठाकुरजी की पालकी करेगी परिक्रमा की अगुवाई
मंगलवार को गोगानवमी से शुरू होनी वाली मालकेत बाबा की चौबीस कोसीय परिक्रमा की अगुवाई ठाकुरजी करेंगे। खाकी अखाड़े के दिनेशदास महाराज के सानिध्य में संत महात्मा ठाकुरजी को पालकी में बैठाकर परिक्रमा के लिए निकलेंगे। मंगलवार शाम को चार बजे सूर्यकुण्ड पर पूजा अर्चना के बाद ठाकुरजी की पालकी लेकर संत महात्मा मालकेत बाबा की 24 कोसीय परिक्रमा के लिए रवाना होंगे।
मुख्य मेला भरेगा नौ को
परिक्रमा के समापन पर नौ सितम्बर को अमावस्या पर लोहार्गल में वार्षिक मुख्य मेला भरेगा। कुण्ड में अमावस्या के स्नान के बाद मेले का समापन होगा। मेले में आस पास के क्षेत्र सहित प्रदेशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे।
तेरस को पहुंचने लगेंगे लोहार्गल
मालकेत बाबा की परिक्रमा पूर्ण कर आने श्रद्धालुओं का तेरस को ही लोहार्गल जमघट लगना शुरू हो जाएगा। विश्राम करने एवं सफर में पीछे छूटे साथी परिक्रमार्थियों के इंतजार में गोल्याना में डेरा डालेंगे। चौदस को करीब करीब परिक्रमार्थी परिक्रमा पूर्ण कर लोहार्गल पहुंच जाएंगे। चौदस की आधी रात से अमावस्या का दिन शुरू होने के साथ ही सूर्यकुण्ड में स्नान व मंदिरों पूजा अर्चना कर अपने घरों की ओर लौटना शुरू होंगे।