सीकर और झुंझुनूं फिसड्डी, चूरू आगे सीकर जिले में एक हजार बेटों पर 945 बेटियां है जबकि अप्रेल 2017 से मार्च 2018 तक यह आंकड़ा एक हजार बेटों पर 947 बेटियों का रहा है। इसी प्रकार झुंझुनूं जिले में एक हजार पर 18 बेटियों की संख्या कम हुई है। चूरू में बेटियों की संख्या सात अंक की बढ़त के साथ 986 तक पहुंच गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक 148 डिकॉय हो चुके हैं और शेखावाटी में 17 डिकॉय ऑपरेशन के कारण भी कुछ लगाम लगी है।
बेटियों की संख्या बढऩे के ये हैं पांच प्रमुख कारण – सामाजिक सोच में बदलाव। – पीसीपीएनडीटी एक्ट की सख्ती। – सोनोग्राफी मशीनों में एक्टिव ट्रेकर। – सोनोग्राफी का डाटा रिपोर्टिंग ऑनलाइन किया जाना।
– सोनोग्राफी सेंटरों के खिलाफ हुई कार्रवाई। ये जिले रहे फिसड्डी लिंगानुपात एक हजार बेटों पर अजमेर – 947 भरतपुर- 949 डूंगरपुर- 906 गंगानगर- 944 जयपुर प्रथम- 929
जयपुर द्वितीय- 940 झालावाड़- 931 झुंझुनूं- 930 नागौर- 963 सवाई माधोपुर- 906 सीकर- 945 सिरोही- 943 जिले की यह स्थिति ब्लॉक- बेटे- बेटियां फतेहपुर-2721-2539 खंडेला-313-301
कूदन-505-504 लक्ष्मणगढ-1261-1066 नीमकाथाना-2951-2767 पिपराली-614-619श्रीमाधोपुर-2128-1860 निजी अस्पताल-8020-7850