जयपुर निवासी रीना ने बताया कि सरकार ने जो न्यायालय में अब पैरवी कराई है वह पक्ष पहले ही सुना देती तो लाखों बेरोजगारों का भविष्य तवाह नहीं होता। उन्होंने बताया कि जब परीक्षा में शामिल किया तो थोड़ी उम्मीद बंधी थी। लेकिन अब अचानक भर्ती से बाहर कर दिया।
दोनों के झगड़े में बोर्ड को फायदा
राजस्थन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को दोनों पक्षों के झगड़े का आर्थिक तौर पर फायदा हुआ है। क्योंकि नौकरी की आस में नौ लाख से ज्यादा बीएड डिग्रीधारियों ने भी आवेदन किए। परीक्षा शुल्क के जरिए बोर्ड को आमदनी भी हुई।
बीएसटीसी अभ्यर्थी बोले, संघर्ष जारी रहेगा
बीएड डिग्रीधारियों के पास नौकरी के काफी विकल्प होते है। बीएसटीसी के पास सिर्फ रीट प्रथम लेवल का ही मौका होता है। सरकार ने मजबूत पैरवी की जिससे न्याय मिला है। पिछले एक महीने से जयपुर में अनशन जारी है और आगे भी संघर्ष जारी रहेगा।
रामदेव सिंह चोटिया, बीएसटीसी संघर्ष समिति, प्रदेश उपाध्यक्ष