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घर पहुंच गया, परिवार के लोगों को लिया विश्वास में इसके बाद ओमेन्द्र सिंह रमेश कुमार के घर तक पहुंच गया। परिजनों को भारतीय खाद्य निगम, इनकम टैक्स में क्लर्क और रेलवे में टीटीई की की सीटे खाली होने की बात कहकर नौकरी लगाने का दावा किया। साथ ही एक जने की नौकरी के लिए आठ लाख रुपए मांगे और तीन माह मे सरकारी विभाग में नियुक्ति करवाने का दावा किया। इसके बाद फिर वह उसके घर पर चक्कर लगाने लगा। इस पर रमेश ने अपने दोस्त बोसाना निवासी सुरेश सेवदा, धनकोली के रामेश्वरलाल से भी इस पर बात की तो वे भी नौकरी लगने के लिए तैयार हो गए।
घर पहुंच गया, परिवार के लोगों को लिया विश्वास में इसके बाद ओमेन्द्र सिंह रमेश कुमार के घर तक पहुंच गया। परिजनों को भारतीय खाद्य निगम, इनकम टैक्स में क्लर्क और रेलवे में टीटीई की की सीटे खाली होने की बात कहकर नौकरी लगाने का दावा किया। साथ ही एक जने की नौकरी के लिए आठ लाख रुपए मांगे और तीन माह मे सरकारी विभाग में नियुक्ति करवाने का दावा किया। इसके बाद फिर वह उसके घर पर चक्कर लगाने लगा। इस पर रमेश ने अपने दोस्त बोसाना निवासी सुरेश सेवदा, धनकोली के रामेश्वरलाल से भी इस पर बात की तो वे भी नौकरी लगने के लिए तैयार हो गए।
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लखनऊ बुलाकर फर्जी अधिकारियों से मिलवाया ओमेन्द्र सिंह नाम के ठग इतना ही नहीं रमेश और सुरेश को अपने साथ लखनऊ भी ले गया। वहां पर फर्जी अधिकारियों से उनकी मुलाकात करवाई। इसके बाद अलग-अलग किश्तों में उनसे 17 लाख 94 हजार रुपए ले लिए गए। इसके बाद फर्जी सलेक्शन लेटर भेजे और मेडिकल और पुलिस सत्यापन के लिए फार्म भी भेजे। साथ ही कहा कि कार्रवाई पूरी हेाते ही नियुक्ति दिलवाने की बात कही। लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं दिलवाई। इसके बाद जब ठग ओमेन्द्र से पैसे वापस मांगे गए तो वह धमकियां देने लगा। कानूनी कार्रवाई की बात करने पर एक लाख रुपए घर आकर दे गया। लेकिन इसके बाद शेष पैसा अभी तक नहीं दिया है।
लखनऊ बुलाकर फर्जी अधिकारियों से मिलवाया ओमेन्द्र सिंह नाम के ठग इतना ही नहीं रमेश और सुरेश को अपने साथ लखनऊ भी ले गया। वहां पर फर्जी अधिकारियों से उनकी मुलाकात करवाई। इसके बाद अलग-अलग किश्तों में उनसे 17 लाख 94 हजार रुपए ले लिए गए। इसके बाद फर्जी सलेक्शन लेटर भेजे और मेडिकल और पुलिस सत्यापन के लिए फार्म भी भेजे। साथ ही कहा कि कार्रवाई पूरी हेाते ही नियुक्ति दिलवाने की बात कही। लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं दिलवाई। इसके बाद जब ठग ओमेन्द्र से पैसे वापस मांगे गए तो वह धमकियां देने लगा। कानूनी कार्रवाई की बात करने पर एक लाख रुपए घर आकर दे गया। लेकिन इसके बाद शेष पैसा अभी तक नहीं दिया है।