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लॉकडाउन में शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला: सरकारी स्कूल में अब यूं होगी पढ़ाई

locationसीकरPublished: Apr 30, 2020 01:58:52 pm

Submitted by:

Sachin

सीकर. लॉकडाउन की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग लगातार नवाचार की राह पर है। स्माईल योजना के बाद अब शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने दूसरी बड़ी योजना का ऐलान किया है।

लॉकडाउन में शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला: सरकारी स्कूल के बच्चे भी पढ़ेंगे अब मोबाइल एप से

लॉकडाउन में शिक्षा मंत्री का बड़ा फैसला: सरकारी स्कूल के बच्चे भी पढ़ेंगे अब मोबाइल एप से

सीकर. लॉकडाउन की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग लगातार नवाचार की राह पर है। स्माईल योजना के बाद अब शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने दूसरी बड़ी योजना का ऐलान किया है। इसके तहत निजी स्कूलों की तरह अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी मोबाइल एप के जरिए पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए फिलहाल शिक्षकों से तीन-तीन मिनट के वीडियो शाला दपर्ण पर मांगे गए है। इसके बाद प्रदेशभर के टॉप 50 शिक्षकों का चयन कर उनकी रिकॉडिंग कराई जाएगी। इससे दूर-दराज बैठे रहने वाले विद्यार्थियों को वीडियो कटेंट के आधार पर पढ़ाया जाएगा। योजना में शामिल होने वाले शिक्षकों को शाला दपर्ण के जरिए दस मई तक आवेदन करना होगा। इसके बाद विभाग की कमेटी इन वीडियो के आधार पर टॉप शिक्षकों का चयन करेगी। विभाग की मंशा है कि जल्द मोबाइल एप, शिक्षा विभाग के एफबी पेज, शाला दपर्ण, यूट्यूब सहित अन्य माध्यमों पर इन वीडियो का लिंक मुहैया कराया जाएगा।

टॉपिक समझने में नहीं आएगी दिक्कत
सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को फिलहाल कई टॉपिकों को समझने में काफी दिक्कत आती है। ऐसे में विद्यार्थियों को वीडियो कटेंट मिलने से काफी फायदा मिलेगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि ऐसे वीडियो तैयार होने से विद्यार्थी घर पर भी आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे।

कई शिक्षक पहले से जुटे है इस काम में
प्रदेश के सैकड़ों शिक्षक विभिन्न विषयों के वीडियो बनाकर विभिन्न सोशल साइट्स पर अपलोड करते हैं। इनका प्रदेश के विद्यार्थियों का काफी कम फायदा मिल पाता है। इस अभियान के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई कराने में महारथ हासिल करने वाले शिक्षक एक मंच पर आ सकेंगे।

एनसीईआरटी की पुस्तकों के आधार पर कटेंट
प्रदेश में कक्षा छह से ग्यारवीं तक एनसीईआरटी की पुस्तक लागू होनी है। इसे ध्यान में रखते हुए इन कक्षाओं के लिए तैयार की जाने वाली अध्ययन सामग्री संबंधित पाठ्यक्रमानुसार होगी। खा बात यह है कि हर विषय के सभी पाठों के अलग-अलग वीडियो भी होंगे। परीक्षा के दिनों में विद्यार्थियों की मांग पर इन वीडियो का अलग-अलग साइटस पर भी अपलोड किया जा सकेगा।

शिक्षा निदेशालय में स्टूडियो तैयार
शिक्षा निदेशालय बीकानेर में शिक्षकों की अलग-अलग विषय के हिसाब से रिकॉर्डिंग होगी। इसके लिए चयनित शिक्षकों को बीकानेर बुलाया जाएगा। योजना के सफल होने पर इसमें कई नवाचार किए जाएंगे। विभाग का मानना है कि कई शिक्षकों के स्माईल प्रोजेक्ट के दौरान काफी अच्छे वीडियो आ रहे हैं।

जहां शिक्षकों की कमी, वहां भी मिलेगा फायदा
प्रदेश के जिन स्कूलों में विषय अध्यापकों की कमी है वहां भी इस योजना का फायदा विद्यार्थियों को मिल सकेगा। विभाग की मंशा है कि हर कक्षा के सभी विषयों का वीडियो कटेंट तैयार कराया जाए, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई में मदद मिल सके। जहां किसी कारण से शिक्षक का पद रिक्त है इस तरह की स्थिति में वहां वीडियो के आधार पर भी पढ़ाई कराई जा सकेगी।

ऑनलाइन शिक्षा में नवाचार जरूरी: डोटासरा
लॉकडाउन की वजह से सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग स्माईल प्रोजेक्ट को एक कदम आगे बढ़ाते हुए शिक्षकों से आवेदन मांगे है। प्रदेशभर से आने वाले शिक्षकों के आवेदन की छंटनी कर टॉप 50 शिक्षकों के वीडियो अपलोड किए जाएंगे।
गोविन्द सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री

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