सीकरPublished: Mar 22, 2019 01:29:54 pm
Vinod Chauhan
सीकर संसदीय क्षेत्र में मजबूत उम्मीदवारों की कमी फिर सांसद सुमेधानंद के टिकट का आधार बनी है। भाजपा आलाकमान ने फिर से मौजूदा सांसद पर भरोसा जताते हुए टिकट दी है।
सीकर.
सीकर संसदीय क्षेत्र में मजबूत उम्मीदवारों की कमी फिर सांसद सुमेधानंद के टिकट का आधार बनी है। भाजपा आलाकमान ने फिर से मौजूदा सांसद पर भरोसा जताते हुए टिकट दी है। गुरुवार शाम जारी हुई सूची में सीकर सांसद के नाम पर मुहर लगी। सीकर संसदीय क्षेत्र से टिकट की दौड़ में 15 नाम थे। लेकिन संगठन ने दो नामों के अलावा किसी पर चर्चा नहीं की। इधर, कांग्रेस में प्रत्याशी के नाम का ऐलान होने का इंतजार है।
यह सबसे बड़ी चुनौती: पूरे जिले में एक भी विधायक नहीं
विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का सीकर जिले से सूपडा साफ हो गया था। वर्तमान में भाजपा का जिले में एक भी विधायक नहीं है। ऐसे में वर्तमान स्थितियों में सांसद की सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के खोए हुए जनाधार को वापस जोडऩा है।
भाजपा में दो दिन में बदले पूरे समीकरण
आचार संहिता के बाद से भाजपा में सीकर संसदीय क्षेत्र को लेकर तीन बैठकों में रायशुमारी हुई। पहले चरण की बैठकों में नए नामों पर काफी गंभीरता से विचार हुआ। लेकिन दो दिन की मैराथन बैठकों में सर्वे, आरएसएस सहित अन्य संगठनों की मजबूत पैरवी की वजह से आखिर में सुमेधानंद सरस्वती के नाम पर ही मुहर लगी।
कांग्रेस में उम्मीदवार की घोषणा का इंतजार
कांग्रेस ने अभी तक सीकर संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस में अभी दो नामों को लेकर रस्साकस्सी का दौर जारी है।
माकपा से अमराराम ही होंगे उम्मीदवार
माकपा ने पिछले दिनों पूर्व विधायक अमराराम को उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इससे पहले भी माकपा लोकसभा चुनाव लड़ चुके है। माकपा की भी चुनौती यही है कि सीकर जिले में विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सके।