सीकरPublished: Nov 20, 2023 11:57:11 am
Sachin Mathur
rajasthn assembly election: सियासत बहुरंगी व अतरंगी होती है। जो कई रंगो के साथ रोचकता भी लिए होती है। ऐसा ही एक दिलचस्प रंग दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा है, जो भाजपा को 45 साल से साल रहा है।
सियासत बहुरंगी व अतरंगी होती है। जो कई रंगो के साथ रोचकता भी लिए होती है। ऐसा ही एक दिलचस्प रंग दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा है, जो भाजपा को 45 साल से साल रहा है। दरअसल जिस दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भैरोंसिंह शेखावत को भाजपा तीन बार मुख्यमंत्री बना चुकी है, उसी में पार्टी अब तक जीत का खाता नहीं खोल पाई है। दो मुकाबलों में तो भाजपा जीत की दहलीज के पास से हार का मुंह देखकर लौट चुकी है। ऐसे में इस बार पार्टी यहां जीत का खाता खोलने के लिए नए चेहरे के साथ फिर पुरजोर कोशिश में है। वहीं, कांग्रेस व माकपा के अलावा जेजेपी नेे मुकाबले को इस बार भी बहुकोणीय बना दिया है।
दो बार कम अंतर से चूकी भाजपा
दांतारामगढ़ में भाजपा दो बार मामूली अंतर से जीत का स्वाद चखने से चूक चुकी है। 2013 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी हरीश कुमावत कांग्रेस उम्मीदवार नारायण सिंह से 575 मत ही पीछे रहे थे। इसी तरह 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह के सामनेे कुमावत 920 मतों के अंतर से पराजित हुए।