सूचना पर डीडवाना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कुचामन से पुलिस उपाधीक्षक और मारोठ थाना पुलिस ने मौका मुआयना किया। जानकारी के मुताबिक सुरेरा के बेणिया का बास निवासी जालूराम बलाई (60) शनिवार शाम पंाच बजे सुरेरा जाने के लिए घर से निकला था। इसके बाद वापस घर नहीं लौटा।
शव परिजनों को सौंप दिया रविवार सुबह उसका शव सुरेरा से बीस किलोमीटर दूर भूणी रैवासा गांव में तलाई में पड़ा मिला। भूणी की एक महिला ने उसकी शिनाख्त की तो परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है और मामले की जांच की जा रही है। मौके पर जीप के निशान भी मिले हैं। साथ ही यह भी सामने आया है कि शव को डीजल डालकर जलाने का भी प्रयास किया गया।
चोट के निशान जालूराम के शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे। उसके पैरों के दोनो अंगूठों के नाखून उखड़े हुए थे। पेट व पीठ पर चोटों के निशान हैं। हथियार से सिर फट गया।
मामला बना पहेली
जालूराम की हत्या अभी भी पहेली बनी हुई है। फिलहाल यह भी पता नहीं चल पा रहा कि गांव सुरेरा के बस स्टैण्ड से अपहरण करके ले जाया गया या वह अपने आप गया था। हत्या किसने और क्यों तथा कहां की। इस बात का भी पता नहीं चला है। जालूराम नरेगा में मजदूरी करके परिवार पाल रहा था। इसके कोई बेटा नहीं है। बस एक बेटी है, जो मंदबुद्धि है।
जालूराम की हत्या अभी भी पहेली बनी हुई है। फिलहाल यह भी पता नहीं चल पा रहा कि गांव सुरेरा के बस स्टैण्ड से अपहरण करके ले जाया गया या वह अपने आप गया था। हत्या किसने और क्यों तथा कहां की। इस बात का भी पता नहीं चला है। जालूराम नरेगा में मजदूरी करके परिवार पाल रहा था। इसके कोई बेटा नहीं है। बस एक बेटी है, जो मंदबुद्धि है।