1. सीकर मिनी सचिवालय
क्या : सीकर में सांवली रोड पर मिनी सचिवालय का निर्माण होगा। सरकार ने नए सिरे से डीपीआर तैयार कराने का प्रस्ताव दिया है। प्रस्तावित मिनी सचिवालय के लिए डीपीआर से सरकार बजट का आंकलन करना चाहती है। इसके बाद जमीन नीलाम करने या सरकारी खर्चे पर मिनी सचिवालय बनाने का निर्णय होगा।
क्यों: लंबे समय से मिनी सचिवालय की मांग गूंज रही थी। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने घोषणा की थी। इसलिए आगामी चुनाव में इस मुद्दे के जरिए सियासी पिच तैयार की गई है।
2. लक्ष्मणगढ़ मिनी सचिवालय
क्या: अब यहां भी सीकर जिला मुख्यालय की तर्ज पर मिनी सचिवालय का निर्माण होगा। इससे सभी विभाग एक ही छत के नीचे आ सकेंगे।
क्यों: लक्ष्मणगढ़ में नगर पालिका के नए भवन की मांग थी। सरकार ने अलग-अलग कार्यालयों के निर्माण पर होने वाले खर्चे को देखते हुए लक्ष्मणगढ़ को भी मिनी सचिवालय का तोहफा दिया है। यह पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा का विधानसभा क्षेत्र है।
3. 100 बेड का नया अस्पताल और नए विभाग
क्या: सीकर मेडिकल कॉलेज से अटैच अस्पताल का प्रस्ताव पिछले साल लिया गया था। सरकार ने नए सिरे से 100 बेड के अस्पताल की घोषणा की है। अस्पताल का निर्माण सांवली में होगा। इसके अलावा सीकर मेडिकल कॉलेज में न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और यूरोलॉजी सुपर स्पेशियलिटी सुविधा शुरू होगी।
क्यों: मेडिकल कॉलेज के मापदंडों के लिए नया अस्पताल बनाना जरूरी था। इसलिए सरकार ने मंजूरी देकर मेडिकल कॉलेज की मान्यता पर लटकी तलवार को दूर किया गया है।
4. दांतारामगढ़ नगरपालिका
क्या: दांतारामगढ़ नगरपालिका की मांग पिछले दस साल से गूंज रही थी। अब तक ग्राम पंचायत होने की वजह से सुविधाओं का विस्तार तेजी से नहीं हो पा रहा था। अब दांतारामगढ़ इलाके के लोगों को भी नगरपालिका बनने से राहत मिलेगी।
क्यों: पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नारायण सिंह ने कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में इसका प्रस्ताव लिया था। इनके पुत्र दांतारामगढ़ से विधायक है। सियासी समीकरण साधने के लिए मुख्यमंत्री ने यह तोहफा दिया है।
5. धोद में खेल स्टेडियम
क्या: सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की ओर से धोद में स्टेडियम की मांग उठाई जा रही थी। पिछले बजट में युवाओं को मायूसी मिली थी। इस बजट में धोद ब्लॉक के युवाओं को तोहफा मिला है। इसे मिनी स्टेडियम की तर्ज पर डवलप किया जाएगा।
क्यों: माकपा का गढ़ रहे धोद विधानसभा क्षेत्र में पिछले चुनाव में काफी मुश्किल से कांग्रेस की वापसी हुई। इस कब्जे को बरकरार रखने के लिए सरकार ने धोद पर फोकस किया है। इससे पहले भी धोद को कई सौगात मिल चुकी है।
6. दयाल की नांगल में नया रीको
क्या: नीमकाथाना के दयाल की नांगल में नया रीको बनेगा। नीमकाथाना क्षेत्र में लगातार निवेश का माहौल बन रहा है। ऐसे में सरकार ने नीमकाथाना क्षेत्र में ही नए रीको की घोषणा की है। दस साल से यह मांग गूंज रही थी।
क्यों: सियासी संग्राम के दौरान सामने आई विधायक सुरेश मोदी की सरकार से नाराजगी को दूर करने की कवायद। स्थानीय लोगों की मांग के साथ आगामी चुनाव के समीकरणों को भी ध्यान में रखा गया है।
7. सड़कों के लिए 125 करोड़
क्या: सीकर में सड़कों के लिए 125 करोड़ से अधिक का बजट सीधे तौर पर दिया गया है। इसमें गोरिया-श्यामगढ़ से भैरूजी मोड वाया बगडिय़ों की ढाणी पुरोहित का बास, नीमकाथाना-थोई वाया भूदोली, पलसाना से सुरेरा वाया गोवटी-अलोदा, धींगपुर-पचार के लिए 75 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। वहीं सीकर में फतेहपुर रोड से जयपुर रोड को जोडऩे वाले बाईपास के चौड़ाईकरण के लिए 20 करोड़ का बजट मिला है।
क्यों: सीकर में यातायात के बढ़ते दवाब के साथ रिंग रोड की मांग उठ रही थी। ऐसे में स्थानीय मतदाताओं को साधने की कोशिश की है। इससे सीकर में रिंग रोड बन सकेगी। झुंझुनूं व चूरू के साथ अन्य जिलों को भी फायदा मिलेगा।
जिले पर ये भी बजट की फुहारें
-लक्ष्मणगढ़ इलाके में पाटोदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्रमोन्नत होगा।
-बीकानेर जाने वाले एनएच 11 और 52 को पायलट प्रोजेक्ट में दुर्घटना रहित क्षेत्र में बदला जाएगा।
-50 लाख की लागत से सावित्री बाई फुले वाचनालय बनेगा।
-फतेहपुर में अल्पसंख्यक बालक-बालिका आवासीय स्कूल बनेगा।
-नीमकाथाना में 33 केवी ग्रिड विद्युत स्टेशन बनेगा।
-खंडेला में नया पुलिस सेवा केंद्र बनेगा।
-जीणमाता पुलिस चौकी अब पुलिस थाने में क्रमोन्नत होगी।
-दांतारामगढ़ में पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय खुलेगा।
-सीकर जिला मुख्यालय पर विशेष पोक्सो कोर्ट खुलेगा।
- रींगस को उप तहसील से तहसील किया जाएगा।
-गरिन्डा फतेहपुर में पशु चिकित्सा केंद्र खुलेगा।