मई में है शादी
सुनीता ने गांव की स्कूल से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है। दोनों पैरों से निशक्त होने की वजह से वह चल नहीं सकती। उसकी कुछ कर गुजरने की ललक व भविष्य को देखते हुए सरपंच ने उसे कार भेंट की। ताकि शादी के बाद भी वह आसानी से गांव आ-जा सके। सरपंच इससे पहले भी कई नवाचार कर चुके हैं।
कार्यक्रम में उपलब्धि हासिल करने वाली अन्य बेटियों को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान चिकित्सक बनने वाली बेटी कोमल सारसर, मोनिका सारसर, ललिता सुण्डा, लक्ष्मी, रूनला व नेहा आदि को सम्मानित किया गया। इससे पहले विद्यार्थियों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी।