scriptबोर्ड परीक्षा में 60 फीसदी बैठेंगेे बच्चे, शिक्षकों को भी कम जांचनी होगी कॉपी | Children will sit 60 percent in the board examination | Patrika News

बोर्ड परीक्षा में 60 फीसदी बैठेंगेे बच्चे, शिक्षकों को भी कम जांचनी होगी कॉपी

locationसीकरPublished: Jun 04, 2020 01:10:59 pm

Submitted by:

Sachin

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (rajasthan board exam 2020) ने 18 से 30 जून के बीच होने वाली दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी तेज कर दी है।

बोर्ड परीक्षा में 60 फीसदी बैठेंगेे बच्चे, शिक्षकों को भी कम जांचनी होगी कॉपी

बोर्ड परीक्षा में 60 फीसदी बैठेंगेे बच्चे, शिक्षकों को भी कम जांचनी होगी कॉपी

सीकर. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (rajasthan board exam 2020) ने 18 से 30 जून के बीच होने वाली दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के आयोजन की तैयारी तेज कर दी है। लॉकडाउन के फेर में उलझी परीक्षाओं के पेंच सुलझने के साथ अब बोर्ड ने परिणाम की तैयारी पर भी फोकस शुरू कर दिया है। परिणाम जल्दी जारी करने के लिए बोर्ड ने निर्णय लिया है कि प्रति परीक्षक 450 उत्तरपुस्तिकाएं मूल्यांकन के बजाय अब अधिकतम 300 उत्तरपुस्तिकाएं ही दी जाएगी। ताकि वे 10 दिन में उनका मूल्यांकन कर सके। सभी परीक्षकों को मूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं के प्राप्तांक ऑनलाइन अपलोड करने होंगे। इसके लिए सभी परीक्षकों को गुप्त कोड जारी होगा। यह गुप्त कोड फीड करने के बाद मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर ही प्राप्तांक ऑनलाइन फीड होंगे। बोर्ड ने पहले एक परीक्षा कक्ष में जितने परीक्षार्थी थे, अब उनमें से 40 प्रतिशत की कमी करते हुए परीक्षा की तैयारी की हैं। यानी पहले के मुकाबले अब 60 फीसदी विद्यार्थी ही परीक्षा कक्ष में बैठ पाएंगे।

 

एक घंटा पहले पहुंचाना होगा परीक्षा केंद्र


बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को समय से एक घंटे पहले बैठना होगा। विद्यार्थियों में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने व सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

 

सभी सेंटर होंगे सेनेटाइज


जो परीक्षा केंद्र कोविड सेंटर के रूप में चिंहित थे, उनको अपने क्षेत्र के जिला प्रशासन एवं नगर पालिका के माध्यम से सेनेटाइज कराया जाएगा। बोर्ड स्तर पर परीक्षार्थियों को एडवाइजरी जारी की जाएगी। जिसमें उन्हें सोशल डिस्टेसिंग और सेनेटाईजेशन के लिए एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र पर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। पूर्ववर्ती परीक्षा केन्द्रों पर प्रति कक्ष 40 प्रतिशत परीक्षार्थी कम कर परीक्षा आयोजन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। वर्तमान में बंद पड़े सभी महाविद्यालय, निजी विद्यालय, पॉलिटेक्निक कॉलेज और इंजिनियरिंग कॉलेजों को जिला प्रशासन से चर्चा कर उन्हें परीक्षा केन्द्र के रूप में उपयोग में लिया जा सकता है। जिस परीक्षा केन्द्र से परीक्षार्थी अन्य केंद्र पर स्थानान्तरित किए जाएंगे, वो उस परीक्षा केन्द्र का उपकेंद्र कहलाएगा।


टेंट में परीक्षा आयोजन की नहीं मिलेगी स्वीकृति


बारिश-आंधी की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए किसी भी परीक्षा केंद्र पर टेंट में परीक्षा आयोजन की स्वीकृति नहीं दी जाएगी। ऐसे में विभाग ने नए सेंटरों की तलाश शुरू कर दी है।

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