टॉप टेन क्रिमिनल में शुमार
थानाधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया कि आरोपी सीकर जिले के टॉप दस अपराधियों की सूची में शामिल है। आरोपी को पकडऩे के लिए नीमकाथाना एएसपी रतनलाल भार्गव व रींगस डीवाईएसपी बनवारी लाल धायल द्वारा टीम का गठन किया गया था। इस टीम में थानाधिकारी हिम्मत सिंह, हैड कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह, रंगलाल, कांस्टेबल मनोज, मुकेश कुमार, अंकुश कुमार शामिल थे। जिन्होंने आरोपी की तलाश के लिए उसकी कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश शुरू की। इसी बीच उसकी लोकेशन जयपुर मिली, जहां जाकर पुलिस ने उसकी घेरे बंदी कर ली और आरोपी को गिरफ्तार कर सीकर ले आया गया।
एफडीआर व लोन खातों में किया गबन
आरोपी व्यवस्थापक लोगों के एफडी व लोन के खातों में गडबड़ी करके उनके 1.30 करोड़ रुपए डकार गया। लोगों को मामले का पता तब चला जब एफडी की अवधि पूरी होने पर पैसे लेने के लिए सहकारी समिति आए। आरोपी पहले तो उनके बार बार आगे की तारीख देकर पैसे देने से टरकाता रहा। लेकिन जब बैंक से एफडी की जानकारी तब पता चला की आरोपी ने बैंक में उनके एफडी के पैसे जमा ही नहीं करवाए। जिस पर लोगों ने उसके खिलाफ धाखाधड़ी के मामले दर्ज करवाए।