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राजस्थान में यहां कोड वर्ड से होता है ओवरलोड का खेल

locationसीकरPublished: Jan 25, 2022 11:51:08 am

Submitted by:

Ashish Joshi

-पाटन से दिल्ली तक जुड़े हैं नेटवर्क के तार

राजस्थान में यहां कोड वर्ड से होता है ओवरलोड का खेल

राजस्थान में यहां कोड वर्ड से होता है ओवरलोड का खेल

नीमकाथाना/पाटन. राजस्थान के सीकर जिला के पाटन इलाके के खनन क्षेत्र से दिल्ली व हरियाणा तक जाने वाले ओवरलोड वाहनों को पास करने के लिए पूरा गिरोह सक्रिय है। पत्रिका टीम ने जब ओवरलोड वाहनों के नेटवर्क पता किया तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पाटन इलाके में रायपुर मोड, कांकड़ की ढाणी, किशोरपुरा, मीणा की नांगल समेत कई जगह पर स्टोन क्रेशर व पत्थर की खदानें चल रही हैं। पत्थर की खानों से कच्चा पत्थर हरियाणा में भेजा जाता है वहीं स्टोन क्रेशर पर तैयार रोड़ी व डस्ट दिल्लीए गुरुग्राम, फरीदाबाद व नोएडा तक जाती है। पत्थर तथा रोड़ी व डस्ट का परिवहन डम्पर, ट्रॉले व ट्रकों से किया जाता है। अधिक मुनाफ ा कमाने के चक्कर में इन सभी भारी वाहनों में भार क्षमता से अधिक माल भरकर ले जाया जाता है। राज्य सरकार द्वारा ओवरलोड पर पाबंदी के बावजूद सरकार की आंखों में धूल झोंक कर यहां से प्रतिदिन सैकड़ों भारी वाहन ओवरलोड निकलते हैं।

कोड वर्ड से चलता है खेल
ओवरलोड वाहनों को परिवहन विभाग से बचाकर दिल्ली तथा हरियाणा पहुंचाने के लिए पूरा गिरोह सक्रिय रहता है। प्रत्येक आरटीओ चेक पोस्ट तथा परिवहन विभाग इंस्पेक्टर के मूवमेंट पर गिरोह के सदस्य नजर रखते हैं। प्रत्येक ट्रक चालक के पास इस गिरोह के सदस्यों के नंबर होते हैं। पाटन से ट्रक चलते समय स्थानीय एजेंट से लोकेशन लेता है उसके बाद पाटन सीमा पार करता है। आगे कोटपूतली, बहरोड, नीमराणा, रेवाड़ी तथा गुरुग्राम तक गिरोह के सदस्यों से परिवहन विभाग की लोकेशन लेकर ट्रक पास होता है। दूसरा रास्ता नारनौल होकर है जिसमें भी गिरोह के सदस्य सक्रिय होते हैं तथा भारी वाहन चालकों को लॉकेशन की जानकारी देते हैं। अधिकांश कॉल व्हाट्सएप पर किए जाते हैं। गिरोह के सदस्य तथा ट्रक ड्राइवरों के बीच कोड वर्ड में बात होती है। परिवहन विभाग का मूवमेंट होने पर ट्रक को रास्ते में पेट्रोल पंपए होटल तथा ढाबे पर खड़ा कर दिया जाता है जैसे ही चेकिंग खत्म होती है ट्रक को आगे रवाना होने के लिए क्लीयरेंस दे दी जाती है। इसके लिए प्रत्येक ट्रक चालक से प्रतिमाह 10 से 15 हजार रुपए तक वसूले जाते हैं। ट्रक चालकों को परिवहन विभाग के मूवमेंट की जानकारी देने वाले गिरोह के सदस्यों के पास 8 से 10 सिम होती हैं।

खनिज विभाग की टीम ने किया दौरा
पाटन. खनिज विभाग की सतर्कता टीम ने सोमवार को इलाके में हो रहे अवैध खनन की जांच की। पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद सहायक खनि अभियंता विजिलेंस तथा सहायक अभियंता कार्यालय के कर्मचारियों ने इलाके के लादी का बास क्षेत्र का दौरा किया। सहायक खनिज अभियंता विजिलेंस प्रमोद बलवदा ने बताया की टीम ने लादी का बास समेत आयरन ओर की उपलब्धता वाले क्षेत्रों का दौरा कर जांच की। उन्होंने बताया कि इलाके में सितंबर 2021 में की गई कार्रवाई के बाद किसी प्रकार का आयरन ओर का अवैध खनन नहीं पाया गया। इसी प्रकार विभागीय टीम ने बजरी के अवैध खनन की जांच के लिए ब्राह्मणों की ढाणी से रामसिंहपुरा तक दौरा किया लेकिन अवैध खनन का कोई मामला नहीं पाया गया।

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