ये है अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 27 जनवरी को सीकर व झुंझुनू जिलों में कहीं-कहीं अति शीतलहर की संभावना है। जबकि अलवर भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़ जिलों में कहीं-कहीं शीतलहर चलेगी। जबकि पश्चिमी राजस्थान के चुरू, बीकानेर, नागौर व जालौर जिलों में कहीं-कहीं शीत लहर की संभावना है। इसी तरह 28 जनवरी को भी प्रदेश के सीकर, झुंझुनंू, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा व चित्तौडगढ़़ जिले में शीत लहर से सर्दी बढ़ी हुई रहेगी।
बरसात के आसार खत्म
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में मौसम शुष्क ही रहेगा। जनवरी महीने में फिलहाल किसी नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रीय होने के आसार नहीं है। लिहाजा मौसम साफ रहने के साथ तापमान में कमी का सिलसिला जारी रह सकता है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार हवा की दिशा उत्तर पश्चिम से दक्षिण पश्चिम में बदल गई। अरब सागर से आने वाली आद्र्र और अपेक्षाकृत गर्म हवाओं के कारण बादल छा गए हैं, जिससे राजस्थान में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ दूर हो गया ह। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों के कई हिस्सों में बर्फीली ठंडी हवाओं का सामान्य पैटर्न फिर से शुरू हो गया है। जनवरी के अंत तक किसी भी महत्वपूर्ण पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। इसलिए उत्तर और उत्तर-पश्चिम से ठंडी और शुष्क हवाएँ जारी रहेंगी। जिससे उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी। सर्दी का असर एक सप्ताह तक बना रहेगा।
ग्रामीण इलाकों में छाया कोहरा
इधर, पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही अंचल में कोहरे का असर भी वापस शुरू हो गया है। अंचल के ग्रामीण इलाकों में बुधवार को भी सुबह कोहरा छाया रहा। जो कृषि व खुले इलाकों में ज्यादा रहा। हालांकि सूर्योदय के बाद धीरे धीरे धुंध छंट गई। लेकिन, शीतलहर का असर अब भी बना हुआ है।