scriptशेखावाटी में फिर गिरा पारा, दो दिन अति शीतलहर का अलर्ट | cold wave alert in rajasthan | Patrika News

शेखावाटी में फिर गिरा पारा, दो दिन अति शीतलहर का अलर्ट

locationसीकरPublished: Jan 27, 2022 09:57:31 am

Submitted by:

Sachin

शेखावाटी में सर्दी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। शीतलहर की वजह से अंचल के न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला लगातार बना हुआ है।

शेखावाटी में फिर गिरा पारा, दो दिन अति शीतलहर का अलर्ट

शेखावाटी में फिर गिरा पारा, दो दिन अति शीतलहर का अलर्ट

सीकर. शेखावाटी में सर्दी का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। शीतलहर की वजह से अंचल के न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला लगातार बना हुआ है। जो गुरुवार को फतेहपुर में लुढ़ककर 1.9 डिग्री पहुंच गया। इस बीच सुबह अंचल के कई इलाकों में कोहरा भी छाया रहा। जिससे सर्दी का असर आज और तेज हो गया। हालांकि मौसम साफ होने से धूप भी जल्दी खिल गई। लेकिन, शीतलहर की वजह से आमजन को सर्दी से विशेष राहत नहीं मिली। मौसम विभाग के अनुसार शीत लहर का आस एक- दो दिन ओर रह सकता है। जिससे तापमान में गिरावट आगे भी दर्ज हो सकती है। इस दौरान सीकर व झुंझुनूं में अतिशीतलहर भी देखने को मिल सकती है।

ये है अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार 27 जनवरी को सीकर व झुंझुनू जिलों में कहीं-कहीं अति शीतलहर की संभावना है। जबकि अलवर भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़ जिलों में कहीं-कहीं शीतलहर चलेगी। जबकि पश्चिमी राजस्थान के चुरू, बीकानेर, नागौर व जालौर जिलों में कहीं-कहीं शीत लहर की संभावना है। इसी तरह 28 जनवरी को भी प्रदेश के सीकर व झुंझुनंू में अति शीतलहर चलेगी। जबकि अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा व चित्तौडगढ़़ तथा पश्चिमी राजस्थान के चूरू व नागौर जिले जिले में शीत लहर से सर्दी बढ़ी हुई रहेगी।

ग्रामीण इलाकों में छाया कोहरा
इधर, पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही अंचल में कोहरे का असर भी वापस शुरू हो गया है। अंचल के ग्रामीण इलाकों में बुधवार को भी सुबह कोहरा छाया रहा। जो कृषि व खुले इलाकों में ज्यादा रहा। हालांकि सूर्योदय के बाद धीरे धीरे धुंध छंट गई। लेकिन, शीतलहर का असर अब भी बना हुआ है।

साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में मौसम साफ ही रहेगा। जनवरी महीने में फिलहाल किसी नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रीय होने के आसार नहीं होने से बरसात की संभावना बिल्कुल नहीं है। हालांकि शीतलहर से तापमान में कमी का सिलसिला जारी रह सकता है। कहीं कहीं कोहरा भी छाया रहेगा। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार हवा की दिशा उत्तर पश्चिम से दक्षिण पश्चिम में बदल गई। अरब सागर से आने वाली आद्र्र और अपेक्षाकृत गर्म हवाओं के कारण बादल छा गए हैं, जिससे राजस्थान में न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों के कई हिस्सों में बर्फीली ठंडी हवाओं का सामान्य पैटर्न फिर से शुरू हो गया है। जनवरी के अंत तक किसी भी महत्वपूर्ण पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो