यूं जाल में फंसे आरोपी
एएसपी वर्मा ने बताया कि शिक्षक से शेष रुपए बुधवार को लेना तय हुआ था। टीम अपनी तय योजना के तहत शिक्षक के साथ थाने के बाहर पहुंची और शिक्षक को रुपए देकर थाने में भेज दिया, जहां पहले से ही सिपाही अंगद सिंह थाने के बाहर शिक्षक का इंतजार कर रहा था। शिक्षक की ओर से रुपए देने का इशारा मिलते ही टीम ने थाने में पहुंचकर सिपाही को दबोच लिया। कार्रवाई को निरीक्षक मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम ने अंजाम दिया।
रुपए फेंककर भागने की फिराक में था सिपाही
आरोपी सिपाही टीम को देखकर हाथ में लिए रुपए बरामदे में फेंक दिए और भागने का प्रयास किया, लेकिन सामने खड़ी टीम ने उसे पकड़ लिया। साथ ही वहां मौजूद थाना प्रभारी को भी टीम ने पकड़ लिया। जयपुर व सीकर में मकानों की तलाशीएएसपी ने बताया कि थाना प्रभारी मांडोता धोद सीकर निवासी है और सिपाही श्याम नगर बैनाड रोड जयपुर निवासी है।
मची रही पुलिसकर्मियों में खलबली
इधर, थाने में एसीबी कार्रवाई से आबकारी के अन्य पुलिसकर्मियों में हड़कम्प मचा रहा। वहीं थाना प्रभारी व सिपाही के ट्रेप की सूचना से अन्य विभागों के कार्मिकों में भी खलबली मची रही। यहां थाने में कार्रवाई से अन्य पुलिसकर्मियों में भय हो गया। एक बारगी तो इधर-उधर हो गए, लेकिन बाद में माजरा समझकर अपने काम निपटाने में लग गए।
इनका कहना है
थाने के बाहर खड़ा सिपाही, शिक्षक से रुपए लेकर सीधे थाना प्रभारी के कक्ष में पहुंचा और थाना प्रभारी को रुपए आने की बात कही। तभी पीछे से टीम ने सिपाही और थाना प्रभारी दोनों को पकड लिया। इस दौरान आरोपी सिपाही ने रुपए बरामदे में फेंककर भागने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने पकड़ लिया। थाना प्रभारी व सिपाही की ओर से रुपए की डिमांड किए जाने की बात सही पाई जाने पर कार्रवाई को अंजाम दिया है।
नरोत्तमलाल वर्मा, एएसपी, एसीबी, जयपुर।