वर्षों बाद एक हुए पांच दंपत्ती
लोक अदालत के दौरान पारिवारिक न्यायालय में समझाइश से वर्षों बाद पांच दंपत्ती साथ में रहने को राजी हुए। इस पर उन्हें माला पहनाने के साथ पौधा भी भैंट किया गया। 90 वर्ष की वृद्धा प्रथम तल पर स्थित बैंच में जाने से असमर्थ होने पर बैंच के अध्यक्ष मुकुल गहलोत ने नीचे हैल्प डेस्क पर आकर राजीनामा तस्दीक करवाया। इस दौरान दस वर्ष से चल रहे मारपीट, जमीनी विवाद से संबंधित दस वर्ष से अधिक पुराने मामलों का भी निस्तारण किया गया।
सोना बेचने के बाद भी निकाल दी वसूली
गोल्ड पर लोन देने वाली कंपनी ने सोना बेचने के बाद भी पीडि़त की वसूली निकाल दी। मामला लोक अदालत में पहुंचा तो पीडि़त ने कहा कि कंपनी ने उसके सोने को बेच कर अधिशेष राशि का भुगतान पहले ही कर दिया था। अब बकाया निकाला जा रहा है। न्यायाधीश ने बकाया वसूली निरस्त कर दी। लोक अदालत में स्थाई लोक अदालत अध्यक्ष अशोक व्यास, एमएसीटी न्यायाधीश तारा अग्रवाल, पारिवारिक न्यायालय के न्यायाधीश तिरूपति गुप्ता, एडीजे सुनील विश्नोई, सुरेन्द्र पुरोहित, महेन्द्र ढाबी, एसीजेएम किर्ती सिंहमार, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रशांत पूनिया, आभा गहलोत व कई अधिवक्ता उपस्थित थे।