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Cyclone Vayu : राजस्थान में दिखा तूफान ‘वायु’ का असर, कई इलाकों में शुरू हुई तेज आंधी व बरसात

locationसीकरPublished: Jun 13, 2019 06:28:13 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

Cyclone Vayu Effect in Rajasthan : अरब सागर में पैदा हुए चक्रवाती तूफान वायु का असर शेखावाटी में भी दिखने लगा है।

अरब सागर में पैदा हुए चक्रवाती तूफान वायु का असर शेखावाटी में भी दिखने लगा है।

Cyclone Vayu : राजस्थान में दिखा तूफान ‘वायु’ का असर, कई इलाको में शुरू हुई तेज आंधी व बरसात

सीकर.
cyclone vayu Effect in Rajasthan : अरब सागर में पैदा हुए चक्रवाती तूफान वायु का असर शेखावाटी में भी दिखने लगा है। गुरुवार को दोपहर बाद सीकर में मौसम का मिजाज बदला नजर आया। दो सप्ताह बाद एक बार फिर आंधी और तूफान के आगोश में आ गया। शाम को तेज हवाओं के साथ रिमझिम बारिश ( rain in Sikar ) का दौर शुरू हो गया। जिससे गर्मी से कुछ राहत मिली। इधर, मौसम विभाग का मानना है कि अगले 48 घंटे में प्रदेश में धूलभरी आंधी, मेघगर्जना और बिजली चमकने की स्थिति बनेगी। सीकर जिले में दोपहर में बादलों की लुकाछिपी रही। मध्यम स्तर के बादल छाए और अंधड के कारण वातावरण धूलधूसरित हो गया। कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। जिले के पलसाना, दांतारामगढ़, खंडेला, श्रीमाधोपुर सहित कई इलाके में मध्यम दर्जे की बारिश हुई। नम हवाओं के कारण पिछले कई दिन से उछाए खा रहे तापमान पर भी ब्रेक लगे। मौसम विभाग के अनुसार वायु चक्रवात के कारण प्रदेश में मानसून के आने का समय भी प्रभावित होगा।

इस जिलों में रहेगा असर ( Alert in Rajasthan )
चक्रवाती तूफान वायु के कारण बुधवार को पूर्वी राजस्थान के सीकर,झुंझुनूं, अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चितौडगढ़, दौसा, जयपुर, करौली, कोटा, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, पश्चिमी राजस्थान के चूरू, बाडमेर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, हनुमानगढ, जालोर, नागौर, पाली, श्रीगंगानगर जिले का मौसम बदला रहेगा। इस दौरान इन जिलों में 30 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से धूलभरी आंधी चलेगी। कुछ जगह मध्यम या तेज बारिश भी हो सकती है। गुरुवार को चूरू, बाडमेर, जोधपुर, जालौर, पाली जिले में आंधी, तूफान और बारिश हो सकती है। पिछले दो माह से तपन और उमस से जूझ रहे लोगों के चेहरे नम हवाएं चलने से खिल गए। देर रात तक आसमान में काली घटाएं छाई रही और किसान एकसार अच्छी बरसात होने पर किसान अगेते बाजरे की बुवाई कर सकेंगे। इसके लिए किसानों ने अपने स्तर पर बीज और ट्रेक्टर से बुवाई का जुगाड भी शुरू कर दिया है।

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