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डेयरी चुनाव: वार्डों के गठन पर टिकी प्रत्याशियों की उम्मीदें

locationसीकरPublished: Apr 10, 2021 06:12:37 pm

Submitted by:

Suresh

डेयरी संचालन मंडल चुनाव को लेकर डेयरी ने वार्डों की सूची अनुमोदन के लिए आरसीडीएफ भेजीकई उम्मीदवारों की टूट सकती है उम्मीदें

डेयरी चुनाव: वार्डों के गठन पर टिकी प्रत्याशियों की उम्मीदें

डेयरी चुनाव: वार्डों के गठन पर टिकी प्रत्याशियों की उम्मीदें

पलसाना. सीकर एवं झुंझुनूं जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना में 26 अप्रेल को होने वाले संचालन मंडल चुनावों को लेकर वार्ड के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। संघ की ओर से 12 वार्डों के गठन को लेकर वार्डों की सूची आरसीडीएफ जयपुर को भेजी है। ऐसे मे ंअब आरसीडीएफ की ओर से सूची के अनुमोदन का इंतजार है। वहीं वार्डों के गठन का गणित भी कई उम्मीदवारों की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।
दरअसल संचालन मंडल सदस्यों के चुनाव को लेकर मतदान में शामिल होने वाली 149 समितियों में 12 वार्डों का गठन होगा और इसके लिए महिला, एसएसी, एसटी व ओबीसी वर्ग के लिए वार्ड आरक्षित भी किए जाएंगे, लेकिन यह सब आरसीडीएफ की मुहर से होगा। ऐसे में संघ की ओर से 12 वार्डों के गठन को लेकर सूची तैयार करने के बाद आरसीडीएफ मुख्यालय जयपुर भेजी गई है। अब आरसीडीएफ की ओर से सूची पर मुहर लगाने के साथ ही वार्डों का आरक्षण भी तय किया जायेगा। वार्डों का आरक्षण तय होने के दौर कई उम्मीदवारों की उम्मीदों पर पानी भी फिर सकता है। ऐसा इसलिए होगा कि प्राथमिक समितियों के चुनाव होने के बाद प्राथमिक समितियों के अध्यक्ष पद पर काबिज होकर कई उम्मीदवार संचालन मंडल सदस्यों के लिए भी भाग्य आजमाने के साथ ही डेयरी के अध्यक्ष पद पर भी नजरे गड़ाए हुए है। प्राथमिक समितियों के चुनाव के बाद उनकी समिति संचालन मंडल चुनाव में मतदान में भाग लेने वाली समितियों की सूची में तो शामिल हो गई है। लेकिन अब वार्डों के गठन के दौरान उनकी समिति किस वार्ड में आयेगी और कौनसा वार्ड किस वर्ग के लिए आरक्षित होगा। ऐसे में जो प्रत्याशी अभी से तैयारियों में लगे हुए है और आरक्षण निर्धारण होने के बाद उनका वार्ड उनके वर्ग के लिए आरक्षित रहेगा कि नही होगा। यह सब वार्डों के गठन पर आरसीडीएफ की मुहर लगने के साथ ही वार्डों का आरक्षण निर्धारण होने के बाद ही तय होगा। ऐसे में वार्डों का आरक्षण तय होने के बाद कई उम्मीदवारों की दावेदारी फीकी पड़ सकती है और अभी से तैयारियों में जुटे उम्मीदवारों की उम्मीदें भी टूट सकती है।

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