हथियार चलाने का मिलता है प्रशिक्षण
कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष के विद्यार्थी को कोर्स में प्रवेश दिया जाता है, जो कि तृतीय वर्ष तक कोर्स को पूरा कर ‘सी’ सर्टिफिकेट प्राप्त करता है। कोर्स के समय कैडे्स को परेड, दौडऩा, हथियार चलाने का प्रशिक्षण एनसीसी अधिकारियों की ओर से दिया जाता है। कॉर्स के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट विद्यार्थी के सरकारी नौकरी में कारगर साबित होता है। कॉलेज में कोर्स शुरू करवाने के लिए छात्राएं कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को ज्ञापन देकर संघर्ष करती आ रही है, लेकिन इन बेटियों की मांग पर कोई सुनवाई नहीं हा रही है। ऐसे में थक हारकर छात्राएं अपनी मांग को मन में दबाने को मजबूर है। उनका कहना है कि जनप्रतिनिधियों की तरफ से उनकी मांग पर कोई आवाज नहीं उठाई जा रही है। कॉलेज में एनसीसी कोर्स खोलने के लिए पहले कॉलेज प्रशासन ने सरकार के पास मांग भिजवाई, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक इस मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। एसएनकेपी कॉलेज में वर्षों से एनसीसी कोर्स चल रहा है। वहां छात्रा-छात्राएं कोर्स में प्रवेश लेकर सपने पूरे कर रही है। लेकिन महिला कॉलेज में कोर्स नहीं होने पर बेटियों के सपने टूट रहे है। अगर एनसीसी कोर्स हो तो प्रथम वर्ष में अध्ययन कर रही छात्राएं इसमे जुड़ सकती है।
लड़कियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। कॉलेज में एनसीसी शुरू होने से कोर्स में अच्छा प्रदर्शन कर फौजी बनती है तो और भी गर्व की बात है। खुशबू अग्रवाल, छात्रा
कॉलेज में एनससीसी कोर्स खोलने के लिए जिम्मेदारों को विचार करना चाहिए। इससे छात्राओं को फायदा मिल सकेगा। एनसीसी के माध्यम से छात्राओं का सपना पूरा हो सकेगा। ज्योती सैनी, छात्रा
कॉलेज में एनसीसी कोर्स की काफी पुरानी मांग है अगर कोर्स खुल जाता है तो प्रशिक्षण के बाद मिलने वाले सर्टिफिकेट से सरकारी नौकरी में बहुत आसानी होती है।
जीनू वर्मा, छात्रा
कॉलेज में एनसीसी कोर्स खुल जाए तो छात्राओं को इसका भरपूर फायदा मिल सकता है। एनसीसी कोर्स करने पर सरकारी नौकरी फायदा मिलता है।
मनदीप, छात्रा