धरने पर ग्रामीण, कई दौर की वार्ता विफल
पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को जल्द जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। ग्रामीण आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने पर अड़ गए। तब ग्रामीणों ने एक पिकअप में बर्फ की सिल्ली के बीच में शव को रखवा दिया। युवक का शव गाड़ी में ही रखा था तथा परिजन पुराने अस्पताल में धरने पर बैठे हुए थे। परिजनों का कहना है कि हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही धरना हटाकर शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। मृतक के परिजनों व पुलिस प्रशासन के बीच कई दौर की वार्ता हुई पर वार्ता विफल रही। अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से काफी समझाइश की। परिजन शव को मोर्चरी में रखने व पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी नहीं हुए।
मोबाइल घर छोड़ कर काम पर चला गया था
मृतक के परिजनों ने बताया कि वह एक दिन पहले काम पर चला गया था। उसका मोबाइल घर पर ही रह गया था। वह शाम को घर नहीं आया तो उसे तलाश भी किया। परिजनों ने उसकी किसी से अनबन की बात से भी मना किया। 5 भाईयों में वह तीसरा था। उसके दो लडक़े और एक लडक़ी है। शाम के समय उसे स्टैंड के पास ही लोगों ने घूमते हुए देखा था। उसके भाई टाइल्स का काम करते हैं।
बालाजी के जाने के लिए रास्ते पर यात्रियों के विश्राम के लिए टीनशैड बना हुआ है। वहां से कुछ बच्चे सुबह करीब 7 बजे बालाजी की ओर जारहे थे। बच्चों ने शव को लटकते हुए देखा तो घबराकर दौड़ते हुए घर जाकर परिजनों को बताया। कुछ ही देर में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। परिजनों ने सरपंच पति गोकुलचंद को सूचना दी। मौके पर पहुंचे तो प्लास्टिक की रस्सी से टीनशेड के पाइप से गर्दन में फंदा लगा था और हाथ-पांव बंधे हुए शव लटकता मिला। उसके पैर जमीन से सटे हुए थे और ऊंचाई भी काफी कम थी। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने सूचना देकर पुलिस को बुलाया।
करीब दो घंटे तक दोनों टीमों के नही आने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। मौके पर आए एएसपी दिनेश अग्रवाल से ग्रामीणों की तीखी नोकझोंक हुई। बाद में सीओ सोनी ने लोगों से समझाइश कर मामले को शांत करवाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए रानोली, थोई, सीकर के पुलिस थानों से जाप्ता व आरएसी के जवानों को मौके पर बुलाया। इसके बाद डॉग स्क्वायड व एफएसएल की टीमों ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस टीम ने युवक के शव को फंदे से उतार कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाने के लिए भिजवाया।