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बकरियां चराने गईं चार मासूमों की दर्दनाक मौत, जानें किस कारण हुआ हादसा

locationउदयपुरPublished: Apr 15, 2017 09:47:00 am

Submitted by:

dinesh rathore

कस्बे के लादी का बास में बकरी चराने गई चार मासूमों की खदान में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और चारों को पानी से बाहर निकाला। पुलिस ने चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

Death due to drowning Four girls
कस्बे के लादी का बास में बकरी चराने गई चार मासूमों की खदान में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और चारों को पानी से बाहर निकाला। पुलिस ने चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार 15 वर्षीय गुड्ढा, 9 वर्षीय मीना और पूनम तथा 7 वर्षीय निशु शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे लादी का बास से एक किलोमीटर दूर एक खदान के पास शुक्रवार को बकरी चराने गई थी, जहां पर खदान में एक जगह बरसात का पानी भरा हुआ था। बताते हैं कि चारों इसी के ऊपर खड़े होकर बकरियों को घेरने लगीं तभी अचानक पाल टूट गई और चारों पानी में जा गिरीं। जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो उनमें हड़कंप मच गया। परिजन भी फटाफट मौके पर पहुंच गए। हादसे की जानकारी होने पर आसपास के ग्रामीण भी पहुंचे। ग्रामीणों ने चारों को पानी से बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची घटना की जानकारी ली। पुलिस ने चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि मृतकों में गुड्ढा और मीना मौसी भान्जी हैं।
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घटना की जानकारी होने पर अस्पताल में एएसपी सुरेन्द्र दीक्षित व सीओ कुशाल ङ्क्षसह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। परिजन पुलिस से खदान मालिक को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों को आरोप है कि यहां खदान होने से कई बार छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं। खदान मालिक फिर भी खदान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। 
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छह महीने से बंद थी खदान 

कस्बे में करीब छह माह से खदान बंद पड़ी थी। जिस कारण यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि खदान बंद होने से उसमे बरसात का पानी भर गया था। खदान मालिक ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अगर खदान समय पर बंद करवा दी गई होती तो यह हादसा नहीं होता। 
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