scriptअफसरों का फरमान… निजी चिकित्सालयों में प्रसव ज्यादा हुए तो खैर नहीं | Decree of officers ... If there is more of childbirth in private hospi | Patrika News

अफसरों का फरमान… निजी चिकित्सालयों में प्रसव ज्यादा हुए तो खैर नहीं

locationसीकरPublished: Jun 08, 2019 05:58:17 pm

Submitted by:

Gaurav kanthal

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में चिकित्सा अधिकारियों का तीखा सवाल…। सरकारी चिकित्सा केन्द्र पर पर्याप्त संसाधन होते हुए भी ज्यादा प्रसव निजी चिकित्सालयों में क्यों हुए।

sikar

अफसरों का फरमान… निजी चिकित्सालयों में प्रसव ज्यादा हुए तो खैर नहीं

फतेहपुर. पंचायत समिति सभागार में शुक्रवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की खण्ड स्तरीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक को मुख्यमंत्री सूचना तंत्र के नोडल प्रभारी डॉ रफीक मोहम्मद खान, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण सिंह ओला व बीसीएमओ डॉ दलीप चौधरी ने संबोधित किया।
ऐसा दोबारा हुआ तो होगी कार्रवाई
डॉ रफीक मोहम्मद खां ने बताया कि अप्रेल से अब तक फतेहपुर खण्ड में 397 प्रसव हुए है, इनमें से 109 राजकीय चिकित्सा संस्थानों व 165 जननी सुरक्षा अधिकृत निजी चिकित्सालयों व 123 अन्य निजी चिकित्सालयों में हुए है। उन्होंने कहा कि जब सरकारी संस्थाओं के पास पर्याप्त संसाधन मौजूद है तो फिर यह स्थिति क्यों हुई? डॉ खान ने नाराजगी जताते हुए स्टॉफ को कड़ी चेतावनी दी कि ऐसी स्थिति दुबारा हुई तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों को सरकारी अस्पतालों के की सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए प्रसव संख्या बढ़ाएं अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
परिवार कल्याण कार्यक्रम पर जोर
बैठक में डॉ लक्ष्मण सिंह ओला ने परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रगति बढ़ाने पर जोर दिया। डीपीएम प्रकाश गहलोत ने ऑनलाइन रिपोर्टिंग की समीक्षा की। डॉ दलीप सिंह ने सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की व गर्मी को देखते हुए मौसमी बीमारियों का बचाव व टंकी सफाई हेतु निर्देशित किया। बैठक में खंड के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, प्रसाविकाए, आशा सहयोगिनी, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर सुभाष पारीक उपस्थित थे।
कूदन बीसीएमओ और दो डॉक्टरों को नोटिस
सीकर. प्रोबेशन पीरियड पूरा होने से पहले रीलिव करने और मुख्यायल पर नहीं रहने वाले दो चिकित्सकों को चिकित्सा विभाग ने नोटिस दिया है। सीएमएचओ डॉ अजय चौधरी ने बताया कि कूदन बीसीएमओ डॉ परमानंद अटल ने प्रोबेशन पीरियड में ही चिकित्सक को मेडिकल कॉलेज के लिए रीलिव कर दिया। इस पर बीसीएमओ को 17 सीसीए का नोटिस दिया गया है। कूदन बीसीएमओ डॉ. परमानंद अटल ने बिना सूचना दिए ही प्रोबेशन पीरियड पूरा होने से तीन माह पहले ही चिकित्सक को रिलीव कर दिया। जबकि नियमानुसार प्रोबेशन पीरियड की तय सीमा एक वर्ष की है। वहीं रोलसाहबसर में मुख्यालय पर नहीं रहने की लम्बे समय से शिकायत मिल रही थी। शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद वहां कार्यरत डॉ मीनाक्षी और डॉ. रेशमा को नोटिस दिया है। नोटिस में इन दोनो चिकित्सकों का मुख्यालय सीएमएचओ कार्यालय किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो