ऐसा रहा शेखावाटी का मौसम -15 नवम्बर की सुबह शेखावाटी में मौसम का मिजाज बदल गया।
-अंचल के सीकर, चूरू और झुंझुनूं में घना कोहरा छाया।
-सुबह छह बजे तक मौसम साफ था। हल्के बादल छाए हुए थे।
-इसके बाद कोहरा छाना शुरू हुआ, जो घना होता रहा।
-सुबह आठ बजे तक स्थिति यह थी कि 50 मीटर बाद का नजारा स्पष्ट नहीं दिखाई दिया।
-कोहरे का असर दोपहर 12 बजे तक भी जारी रहा।
-इस दौरान सूर्यदेव के एक बार भी दर्शन नहीं हुए।
-कोहरे के कारण जनजीवन खासा प्रभावित हुआ।
-कोहरे के दौरान तेज सर्द हवाएं चलने से भी परेशानी हुई।
-सीकर के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
-अंचल के सीकर, चूरू और झुंझुनूं में घना कोहरा छाया।
-सुबह छह बजे तक मौसम साफ था। हल्के बादल छाए हुए थे।
-इसके बाद कोहरा छाना शुरू हुआ, जो घना होता रहा।
-सुबह आठ बजे तक स्थिति यह थी कि 50 मीटर बाद का नजारा स्पष्ट नहीं दिखाई दिया।
-कोहरे का असर दोपहर 12 बजे तक भी जारी रहा।
-इस दौरान सूर्यदेव के एक बार भी दर्शन नहीं हुए।
-कोहरे के कारण जनजीवन खासा प्रभावित हुआ।
-कोहरे के दौरान तेज सर्द हवाएं चलने से भी परेशानी हुई।
-सीकर के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
चूरू के राजलदेसर में बारिश
चूरू जिले का मौसम पूरे राजस्थान में खास स्थान रखता है। इसी जिले में सर्वाधिक सर्दी पड़ती है। बुधवार को शेखावाटी में मौसम पलटा तो यहां भी असर देखने को मिला है। पूरे जिले में घना कोहरा छाया। चूरू जिले के राजलदेसर कस्बे में सुबह बारिश भी हुई। इससे वहां सर्दी एकाएक बढ़ गई।
चूरू जिले का मौसम पूरे राजस्थान में खास स्थान रखता है। इसी जिले में सर्वाधिक सर्दी पड़ती है। बुधवार को शेखावाटी में मौसम पलटा तो यहां भी असर देखने को मिला है। पूरे जिले में घना कोहरा छाया। चूरू जिले के राजलदेसर कस्बे में सुबह बारिश भी हुई। इससे वहां सर्दी एकाएक बढ़ गई।
थम गई वाहनों की रफ्तार
सीकर में कोहरा का आलम यह रहा कि वाहनों की रफ्तार थम गई। वाहन चालकों को सुबह दस बजे तक हैड लाइट जलाकर सफर करना पड़ा। हाईवे पर भी वाहन रेंग-रेंग कर चले।
सीकर में कोहरा का आलम यह रहा कि वाहनों की रफ्तार थम गई। वाहन चालकों को सुबह दस बजे तक हैड लाइट जलाकर सफर करना पड़ा। हाईवे पर भी वाहन रेंग-रेंग कर चले।
जगह-जगह तापने लगे अलाव
अंचल में सर्दी का असर बढऩे के कारण सुबह लोग जगह-जगह अलाव तापते नजर आए। वहीं बाजारों में गजक, रेवड़ी व मूंगफली की भी आवक शुरू हो गई है।
अंचल में सर्दी का असर बढऩे के कारण सुबह लोग जगह-जगह अलाव तापते नजर आए। वहीं बाजारों में गजक, रेवड़ी व मूंगफली की भी आवक शुरू हो गई है।