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सरकारी खजाने में लगाई सेंध, अब मामले को दबा रहा विभाग

locationसीकरPublished: Jan 13, 2020 05:02:53 pm

Submitted by:

Puran

जांच में रेकार्ड में हेर-फेर व मृत व्यक्ति के नाम भुगतान उठाने का मामलाफतेहपुर के सहकारी बैंक में कृषि आदान अनुदान राशि में बंदरबाट

सरकारी खजाने में लगाई सेंध, अब मामले को दबा रहा विभाग

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सीकर. फतेहपुर सहकारी बैंक की ओर से किसानों के लिए स्वीकृत कृषि आदान अनुदान राशि के वितरण में नियमो को ताक पर रखकर सरकारी कारिंदे राशि को हडप गए। मामले के उजागर पर आनन-फानन में कर्मचारियों ने सरकारी राशि को तो वापस जमा करा दिया लेकिन बरसों बाद भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो पाई है। जांच रिपोर्ट में मृत व्यक्तियों के नाम भुगतान राशि उठाने, फर्जी दस्तावेज तैयार कर भुगतान लेने जैसी गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद भी मामला कागजो में ही दफन है। आश्चर्य की बात है कि दोषी कार्रवाई करने की बजाए दोषी को उसी स्थान पर फिर नियुक्ति कर दिया। है जहां उसने राशि में हेरफेर किया है। गौरतलब है कि फतेहपुर में सहकारी बैंक की ओर से खरीफ 2010 में कृषि आदान अनुदान का वितरण शुरू किया गया था।
मृत व्यक्तियों के नाम उठाया भुगतान
जांच रिपोर्ट के अनुसार फतेहपुर शाखा के वितरण के दौरान अब्दुल करीम, रसूल खां, तोफीक, मंजूर अहमद के नाम से एक-एक हजार रुपए का भुगतान उठा लिया। जबकि भुगतान राशि वितरण के समय केवल तोफिक अहमद ही जिंदा था। दो मृतको के वारिस भुगतान लेने के लिए बैंक में ही नहीं आए। यही नहीं दस्तावेज में दर्शाई गई राशि से कम भुगतान किया गया भुगतान की राशि भी कम दी गई। मामले की शिकायत आलाधिकारियों को की गई तो बैंक के कैशियर बैंक रेकार्ड के दस्तावेज ही एक दूसरे से चिपका दिए। रिपोर्ट के अनुसार अनुदान राशि में सबसे गडबड़ी फतेहपुर व रामगढ़ शेखावाटी के शहरी क्षेत्र के किसानो के साथ हुई।
फर्जी दस्तावेज किए तैयार
जांच रिपोर्ट के अनुसार 11 मृत व्यक्तिों भुगतान उठाने के लिए भंवरी देवी फतेहपुर के नाम से भुगतान उठा लिया खाता खोलने के लिए बैंक रेकार्ड में भंवरी देवी की बजाए परमेश्वरी निवासी खोरिया की फोटो लगा दी। फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र लगाकर भुगतान उठा लिया। जांच टीम ने जब पूछताछ कि तो पता चला कि परमेश्वरी ने बैंक से कोई राशि ही नहीं ली। मस्कत में रहने वाली फतेहपुर निवासी नजमा के नाम पर भुगतान उठा लिया। सात माह से विदेश में रहने वाले इमामुद्दीन के नाम से राशि उठा ली। फतेहपुर निवासी यासिन, युसुफ व इस्माइल की मौत के बाद भुगतान उठाने का मामला सामने आया है। फतेहपुर निवासी मृत दुर्गादेवी सर्राफ के नाम से विड्राल पर अंगूठा लगा राशि ले ली। फदनपुरा निवासी जगदीश के नाम से आदान अनुदान राशि दो बार उठा ली गई।
इनका कहना है
यह मामला पहले का है। मामले की पूरी पड़ताल की जाएगी। इसके बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
– बीएल मीना, एमडी सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक
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