देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी 22 मार्च से लगातार जारी है। जिसकी प्रमुख वजह रूस व यूक्रेन के बीच जारी युद्ध है। जिसके कारण रूस से तेल की सप्लाई रुक गई है। इससे वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई है। अब चूंकि पेट्रोल व डीजल की कीमतें इसी कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर है। लिहाजा तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दोनों देशों के मध्य जल्द शांति बहाली नहीं हुई तो कू्रड तेल की कीमतें आगे भी चढ़ सकती है। जिससे पेट्रोल व डीजल की कीमतों में आगे भी उछाल जारी रहेगा। जिसका असर महंगाई पर पड़ेगा।
बढ़ते पेट्रोल- डीजल के दामों के बीच लोगों ने केंद्र व राज्य सरकार से करों में कटौती की मांग की है। लोगों का कहना है कि दोनों सरकारों को अपने अपने करों में कुछ कटौती कर आमजन को महंगाई से निजात दिलानी चाहिए।