तीन शिफ्ट में कर्मचारी
डिपो की कमेटी की ओर से तय किए गए पेट्रोल पम्प पर रोडवेज का एक कर्मचारी रहेगा। शिफ्टवार लगाए ये कर्मचारी प्रत्येक बस में भरे जाने वाले डीजल का रेकार्ड रखेगा। इसके लिए रोडवेज के जीएम परचेज ने सभी डिपो प्रबंधको को निर्देश दिए हैं। सीकर में रोजाना दस हजार लीटर और प्रदेश में औसतन ढाई लाख लीटर से ज्यादा डीजल की खपत होती है। इंटर स्टेट चलने वाली गाडिय़ों में डीजल कम होने पर संबंधित क्षेत्र के डिपो की ओर से अधिकृत पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया जा सकेगा।
इनका कहना है
मुख्यालय के आदेश के बाद पेट्रोल पम्प को तय कर दिया है। जहां से डीजल लेने पर प्रति लीटर एक रुपए 85 पैसे की बचत हो रही है। सीकर डिपो में रोजाना औसतन दस हजार लीटर डीजल की खपत होती है।
मुनकेश, मुख्य प्रबंधक, सीकर डिपो
डिपो की कमेटी की ओर से तय किए गए पेट्रोल पम्प पर रोडवेज का एक कर्मचारी रहेगा। शिफ्टवार लगाए ये कर्मचारी प्रत्येक बस में भरे जाने वाले डीजल का रेकार्ड रखेगा। इसके लिए रोडवेज के जीएम परचेज ने सभी डिपो प्रबंधको को निर्देश दिए हैं। सीकर में रोजाना दस हजार लीटर और प्रदेश में औसतन ढाई लाख लीटर से ज्यादा डीजल की खपत होती है। इंटर स्टेट चलने वाली गाडिय़ों में डीजल कम होने पर संबंधित क्षेत्र के डिपो की ओर से अधिकृत पेट्रोल पंप से डीजल भरवाया जा सकेगा।
इनका कहना है
मुख्यालय के आदेश के बाद पेट्रोल पम्प को तय कर दिया है। जहां से डीजल लेने पर प्रति लीटर एक रुपए 85 पैसे की बचत हो रही है। सीकर डिपो में रोजाना औसतन दस हजार लीटर डीजल की खपत होती है।
मुनकेश, मुख्य प्रबंधक, सीकर डिपो