प्रकरण पर धोद विधायक गोरधन वर्मा का कहना है कि विरोधी पार्टी ने भले ही सडक़ के शिलान्यास का ढांचा तोड़ दिया है। लेकिन, पट्टिा तोडऩे से मिट नहीं सकता। औछी मानसिकता के कारण विपक्ष ने ऐसा किया है। शिकायत करके वे मामले को तूल नहीं देना चाह रहे हैं। उधर, समारोह में विधायक गोरधन वर्मा के साथ अतिथि रही जिला प्रमुख अपर्णा रोलन का कहना है कि शिलान्यास पट्टिका तोड़ देने की जानकारी है। लेकिन, विधायक कोटे से काम होने पर मामले की पूरी जानकारी वहीं दे सकते हैं। इशारा कांग्रेस की तरफ था।
गर्माई राजनीति
हालांकि उपद्रवियों की पहचान तो अब तक उजागर नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि राजनीतिक द्वेषता के चलते ऐसा किया जा सकता है। क्योंकि विपक्षी भाजपा नेताओं से सडक़ का शिलान्यास कराने पर खुश नहीं थे। ऐसे में चुनावी साल में सडक़ मुद्दे पर गांव में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। श्रीपाल खीचड़ के अनुसार विकास कार्य पच नहीं रहे हैं।
हालांकि उपद्रवियों की पहचान तो अब तक उजागर नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि राजनीतिक द्वेषता के चलते ऐसा किया जा सकता है। क्योंकि विपक्षी भाजपा नेताओं से सडक़ का शिलान्यास कराने पर खुश नहीं थे। ऐसे में चुनावी साल में सडक़ मुद्दे पर गांव में एक बार फिर राजनीति गरमा गई है। श्रीपाल खीचड़ के अनुसार विकास कार्य पच नहीं रहे हैं।