ये है मामला
जानकारी के अनुसार सीकर शहर की बकरा मंडी निवासी शबनम को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन आज नेहरु पार्क के सामने स्थित राजकीय जनाना अस्पताल लेकर पहुंचे थे। आरोप है कि यहां उसे डा. अमित जोशी को दिखाया गया। चिकित्सक ने शबनम को देख उसका प्रसव करवाने से इन्कार कर दिया और उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उसे दूसरे निजी अस्पताल में प्रसव करवाने को कहा गया। इस पर परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने अस्पताल में चिकित्सक का विरोध शुरू कर दिया। हंगामा होता देख अस्पताल के अन्य चिकित्सक व कर्मचारी भी वहां पहुंचे। जिसके बाद बीच बचाव से मामला शांत हुआ और अस्पताल प्रशासन ने प्रसूता का प्रसव करवाने की हामी भरी।
पांच किलो के बच्चे पर आपत्तिजनक शब्द
परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक ने शबनम के गर्भ में पांच किलो का बच्चा होने की बात कहते हुए अपशब्द कहे। उससे पहले बच्चे का प्रसव करवाने वाले अस्पताल के बारे में भी पूछा। एक निजी अस्पताल का नाम बताने पर चिकित्सक ने उसे उसी अस्पताल में फिर जाने की बात कही। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक ने प्रसूता को बुरी तरह दुत्कारा और प्रसव करवाने से साफ इन्कार कर दिया। जब विरोध किया तब जाकर अस्पताल प्रशासन ने प्रसव के लिए प्रसूता को एडमिट किया।
इनका कहना है:
परिजनों ने चिकित्सक पर अभद्रता का आरोप लगाया था। जबकि चिकित्सक ने लेबर रूम का वीडियो बनाने को लेकर आपत्ति जताने की बात कही है। मामूली सी बात थी, जो अब पूरी तरह शांत है। ऑपरेशन के बाद प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया है।
डा. महेन्द्र बलारा, कार्यवाहक प्रभारी, जनाना अस्पताल