सीकरPublished: Feb 21, 2019 05:50:04 pm
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खुशियों में खलल: डीजे में उलझा बिजली पोल, बच गई ५० की जान
खुशियों में खलल: डीजे में उलझा बिजली पोल, बच गई ५० की जान
खुशियों में खलल: डीजे में उलझा बिजली पोल, बच गई ५० की जान
मूंडरू. कस्बे के गांव मऊ में बुधवार रात करीब आठ बजे झूल रही बिजली की केबिल डीजे के ऊपरी हिस्से में उलझ गई इससे सिंगल फेस विद्युत लाइन का पोल टूटकर जमीन पर गिर गया। जानकारी अनुसार गांव के चुलेट मोहल्ले में जांगिड़ परिवार के लोग डीजे की धुनों पर लडक़ी की बिंदौरी निकाल रहे थे। बिंदौरी में करीब ४०-५० महिलाएं व बच्चे नाच रहे थे। उसी दौरान डीजे के ऊपरी हिस्से में सिंगल फेस बिजली सप्लाई की केबिल उलझ गई। केबिल उलझने से पोल टूट गया। अचानक पोल गिरने से बिंदौरी में नाच रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही की पोल डीजे के बगल में गिरा। यदि डीजे के पीछे नाच रही महिलाओं व बच्चों पर गिर जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।बिजली विभाग को बार बार कहने के बावजूद तारों को ठीक नहीं किया जा रहा।
आठ दिन में व्यवस्था दुरुस्त करना चुनौती
कलक्टर ने दिया है २८ तक का समय
खाटूश्यामजी. बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले को लेकर प्रशासन तैयारी तेज करने का दावा कर रहा हो लेकिन अभी तो यहां सब कुछ श्याम भरोसे नजर आ रहा है। कलक्टर ने २८ फरवरी तक सडक़, पानी, बिजली, सुलभ शौचालय, रोशनी, अतिक्रमण, आवारा पशु आदि समस्याओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। हालांकि आठ दिन में इन समस्याओं से निजात पाना प्रशासन के लिए चुनौती होगा। उधर भक्तों को आशा है सुविधाओं के नाम पर व्यवस्थाएं आधी अधूरी रही तो लोगों को परेशान होना पड़ सकता है। खाटूश्यामजी में टूटी सडक़ें परेशानी का सबब बनी हुई है। रींगस रोड पर खाटू से चौमूं पुरोहितान तक की सडक़ पर दोनों ओर बड़े बड़े गड्ढे है। आए दिन हादसे होते रहते है। अलोदा तिराहे, कैरपुरा तिराहे व लामिया तिराहे सहित मंढा गांव की सडक़े भी बदहाल है।मंदिर की ओर जाने वाले कस्बे के मुख्य मार्गो पर अतिक्रमण हैं। मुख्य बाजार कबूतरिया चौक के हालात तो चिंताजनक बने हुए है। उधर, आवारा पशु बाजार और मंदिर रास्तों में घूमते रहते है। कई बार सांडो की लड़ाई के चलते श्रद्धालु चोटिल होते रहते है। उधर भिखारी बाहर से आए श्रद्धालुओं को परेशान करते हैं। भिखारियों की टोली श्रद्धालुओं का दूर तक पीछा करती है।
भीख नहीं देने पर मारपीट और गाली गलौज तक उतारू हो जाते है। इनकी आड़ में कई जेबकतरे और असामाजिक तत्व भी पांव पसार रहे है।
मेले में रींगस रोड, मुख्य बाजार सहित अनेक स्थानों पर अस्थाई शौचालय नहीं होने से श्रद्धालुओं को भारी दिक्कत होती है।
मेला मार्ग पर गंदगी
बिजली ग्रिड, खटीकान मोहल्ला सहित लामिया रोड आदि स्थानों पर गंदे पानी की निकासी नहीं होने से जगह जगह पर पानी भराव हो रखा है। हर वर्ष इस मार्ग पर जगह जगह सोखते गड्ढे बनाए जाते हैं जो टूट जाते हैं। पालिका नाली बनाकर स्थाई समाधान करे तो बात बने। रींगस से खाटू धाम के 17 किमी के दायरे में रोशनी की व्यवस्था नहीं होने से पैदल आने वाले भक्तों को अंधेरे में आना पड़ता है। यह मुद्दा हर वर्ष बैठक के दौरान उठता है। मेले एवं अन्य दिनों में मंदिर सहित मुख्य स्थानों को दर्शाने वाले सांकेतिक बोर्ड के अभाव है। मेले के दौरान मोबाइल नेटवर्क जाम होने से भक्तों और खाटूवासियों का एक दूसरे से संपर्क कट जाता है। इस कारण श्याम भक्तों के साथ स्थानीय निवासियों को काफी परेशानी होती है।