———————- नर्सेज में आक्रोश वरिष्ठ नर्सेज नेता राजेश बाटड ने बताया की नर्सेज के अधिकारों पर कुठाराघात किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार की इस विषय की उपेक्षा की गई तो पूरे राज्य के साथ सीकर जिले से ज्ञापनों के भिजवाए जाने के साथ चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा। जिसकी शुरूआत के तौर पर ज्ञापन उप अधीक्षक के जरिए निदेशक अराजपत्रित को भिजवाया गया है । शहर अध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया की चिकित्सालय में नर्सेज के कार्य का आवंटन तथा मूल्यांकन करना नर्सिंग अधीक्षक का मूल दायित्व है । डिप्टी सुपरिन्टेंडेंट या किसी अन्य चिकित्सक को नर्सेज के कार्य का मूल्यांकन अधिकार दिया जाना नर्सिंग अधीक्षक के अधिकारों पर सीधा हमला है जिसे नर्सेज सहन नहीं करेंगे । नर्सेज की ्रष्टक्र/ वार्षिक कार्य मूल्यांकन हेतु नर्सिंग अधीक्षक को ही अधिकृत किया जाए, राज्य का चिकित्सा प्रशासन आदेशों में हुई इस भूल को सुधार कर आवश्यक संशोधित आदेश जारी करे जिससे नर्सेज में व्याप्त असंतोष को शांत किया जा सके । बैठक में प्रदेश संयुक्त महामंत्री नरेश लमोरिया, नर्सेज नेता बनवारीलाल मेघवाल, क्षितिज फगेडिय़ा, जितेंद्र सुंडा, ओमपाल सिंह, मनमोहन सिंह, विनोद कुमार बोचलिया, अशोक कुमार, किशोर ढाका, अशोक कुमार चौधरी, बीरबल बरवड, मुकेश कुमार आलडिया, रामकिशन, सहित अनेक नर्सेज उपस्थित रहे ।