कांग्रेस की पूर्व सरकार में दोनों ही नेता मंत्री भी रह चुके हैं। उधर, उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के राजेन्द्र गुढ़ा जीते हैं। वर्ष 2008 में भी गुढ़ा ने बसपा की टिकट जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2013 में कांग्रेस की टिकट से चुनाव हार गया था। इस बार कांग्रेस ने गुढ़ा की बजाय भगवाना राम सैनी पर दावं लगाया था। उदयपुरवाटी में गुढ़ा ने भाजपा के शुभकरण चौधरी व कांग्रेस के भगवाना राम सैनी को पीछे छोड़ चुनाव जीत गए।
जानिए कहां—कौन जीता सीकर
कॉग्रेस 6
बीजेपी 1
निर्दलीय 1 चूरू
कांग्रेस 5
बीजेपी 1 झुंझुनूं
कांग्रेस 3
बीजेपी 3
बसपा 1
-उदयपुरवाटी से बसपा के राजेन्द्र गुढा,पिलानी से कांग्रेस के जेपी चंदेलिया, झुन्झुनू से कांग्रेस के बृजेन्द्र ओला और नवलगढ़ से कांग्रेस के राजकुमार जीते।
कॉग्रेस 6
बीजेपी 1
निर्दलीय 1 चूरू
कांग्रेस 5
बीजेपी 1 झुंझुनूं
कांग्रेस 3
बीजेपी 3
बसपा 1
-उदयपुरवाटी से बसपा के राजेन्द्र गुढा,पिलानी से कांग्रेस के जेपी चंदेलिया, झुन्झुनू से कांग्रेस के बृजेन्द्र ओला और नवलगढ़ से कांग्रेस के राजकुमार जीते।
– मण्डावा मेंकांग्रेस तथा सूरजगढ़ और खेतड़ी में भाजपा आगे
-सूरजगढ़ से भाजपा के शुभाष पुनिया 3500 वोट से आगे
-पिलानी से जेपी चंदेलिया पहले थे कलक्टर। अब बने विधायक
-ऊपर नीचे हो रही मण्डावा क्षेत्र के मतदाताओं की सांसें। अभी केवल 42 वोट से आगे चल रही कांग्रेस की रीटा, 2 राउंड बाकी। अभी गिन रहे डाक मतपत्र। इसके बाद फिर खोलेंगे शेष ईवीएम
-सीकर के दातारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13वें राउंड के बाद कांग्रेस की बढ़त हुई कम
– महज 1300 मतों से आगे चल रहे हैं कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह
-झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी से बसपा के राजेन्द्र सिंह गुढा जीते। पहले भी बसपा से जीतकर राज्यमंत्री रह चुके गुढा।
-सूरजगढ़ से भाजपा के शुभाष पुनिया 3500 वोट से आगे
-पिलानी से जेपी चंदेलिया पहले थे कलक्टर। अब बने विधायक
-ऊपर नीचे हो रही मण्डावा क्षेत्र के मतदाताओं की सांसें। अभी केवल 42 वोट से आगे चल रही कांग्रेस की रीटा, 2 राउंड बाकी। अभी गिन रहे डाक मतपत्र। इसके बाद फिर खोलेंगे शेष ईवीएम
-सीकर के दातारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 13वें राउंड के बाद कांग्रेस की बढ़त हुई कम
– महज 1300 मतों से आगे चल रहे हैं कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह
-झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी से बसपा के राजेन्द्र सिंह गुढा जीते। पहले भी बसपा से जीतकर राज्यमंत्री रह चुके गुढा।