scriptशेखावाटी के मीठे प्याज की मांग बढ़ी | Due to crop cutting Demand for Shekhawati onion increased | Patrika News

शेखावाटी के मीठे प्याज की मांग बढ़ी

locationसीकरPublished: Mar 09, 2021 05:40:29 pm

Submitted by:

Puran

30 से 40 ट्रक रोजाना की मांग, रसीदपुरा और सीकर मंडी में व्यापारियों ने जमाया डेरा
प्याज के थोक भाव साढे 12 से 15 रुपए प्रति किलो
आवक बढने के साथ भावों में आ रही कमी

शेखावाटी का प्याज अब पंजाब और यूपी की मंडियों में पहुंचा

शेखावाटी का प्याज अब पंजाब और यूपी की मंडियों में पहुंचा

फसलों की कटाई शुरू होते ही मांग बढ़ी

सीकर। पंजाब व हरियाणा में खरीफ फसलों की कटाई शुरू होने के साथ शेखावाटी के मीठे प्याज की मांग बढ गई। सीकर और रसीदपुरा मंडियों में प्याज के कट्टों की आवक बढ़ती जा रही है। दोनो ही मंडियो में बोली के समय पिछले दो दिन से दूसरे राज्यों के करीब तीन दर्जन व्यापारियों की ओर से प्याज खरीद कर भिजवा रहे हैं। यहां प्याज की आवक 35 से 40 हजार कट्टे रोजाना तक पहुंच गई है। सोमवार को सीकर मंडी में प्याज के थोक भाव साढे 12 से 15 रुपए प्रति किलो तक बोले गए। रसीदपुरा मंडी में प्याज के भाव रुपए रहे। गौरतलब है कि गौरतलब है कि जिले में 15 हजार हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है। प्याज का अनुमानित उत्पादन साढे तीन लाख मीट्रिक टन आंका जा रहा है।
अब होगा फायदा

तापमान बढऩे के साथ ही हरियाणा, पंजाब में फसलों की कटाई शुरू हो जाएगी और कटाई के दौरान वहां दूसरे राज्यों से हजारों श्रमिक जाते हैं। ऐसे में मीठा होने के कारण प्याज का बहुतायात में उपयोग होता है। साथ ही वहां प्याज का बुवाई क्षेत्र भी इस बार कम है। प्याज व्यापारी नेमीचंद दूजोद ने बताया कि गर्मी बढऩे के साथ ही जमीन में प्याज के कंद तेजी से बनने लगते हैं इसके साथ ही बाहर के व्यापारी प्याज की खरीद करने आने लगते हैं। अप्रेल माह तक प्याज के कट्टों की आवक रोजाना पचास हजार कट्टों तक पहुंच जाएगी। बारिश का भी प्याज के भावों पर असर पडऩे लगेगा।
इसबार एक माह कम चलेगा सीजन

सीकर मंडी के थोक व्यापारी नेमीचंद सांई ने बताया कि जिले में इस बार अधिकांश किसानों ने अगेता प्याज बोया है। मंडी में प्याज की बिक्री का सीजन चार माह तक चलता है। रसीदपुरा, खूडी सांवलोदा धायलान क्षेत्र का प्याज सबसे पहले आता है। इस समय तक इस क्षेत्र का करीब 60 फीसदी प्याज खुद चुका है। यही कारण है कि रोजाना 30 से 40 ट्रक दूसरे राज्यों में बिक्री के लिए जा रहा है। इस कारण भाव में कमी आ रही है।
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