आपदा प्रबंधन हुआ फेल
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी जिले में आपदा प्रबंधन के नाम पर फौरी कार्रवाई हुई। विद्युत निगम,चिकित्सा विभाग और नगर निकायों ने इस और ध्यान तक नहीं दिया। छतों पर टंगे होर्डिंग और जर्जर भवनों को हटाने के लिए नगर निकाय ने कुछ नहीं किया। अंधड के कारण बाधित हुई बिजली की आपूर्ति कई इलाकों में मंगलवार रात तक बहाल नहीं हुई। अधंड की रफ्तार भले ही सीकर में कम हो लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों की तरह यहां भी आपदा प्रबंधन पूरी तरह फेल नजर आया।
6 ट्रांसफार्मर गिरे
अंधड की रफ्तार का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 15 मिनट की तेज हवाओं ने जिले में कई जगह बिजली का तंत्र तबाह कर दिया। अधंड के कारण 33 केवी, 11 केवी और एलटी लाइन के 58 खम्बे गिर गए। वहीं छह ट्रांसफार्मर मय ढांचे के नीचे गिर गए। इससे क्षेत्र में घंटो तक आपूर्ति बाधित रही। एसई विद्याधर सिंह ने बताया कि अधंड ने निगम को करीब पांच लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया है। इसकी सूचना निगम के मुख्यालय को भेज दी है।
अंधड़ से सौ साल पुराना पेड़ धराशायी
खाटूश्यामजी. क्षेत्र में सोमवार तडक़े धूल भरी हवाओं के साथ आए तेज अंधड़ के चलते श्याम बाबा मन्दिर के पास मुख्य मार्ग पर सौ साल पुराना पीपल का पेड़ तथा बिजली का पोल गिर गए। वहीं शादी के लिए लगाए गए टेंट भी गिर गए। साथ ही अनेक स्थानों पर टिनशेड, होर्डिंग आदि रास्तों पर पेड़े गिरे नजर आए। लोगों का कहना था कि यह तूफान दिन में आता तो जनहानि भी हो सकती थी।
क्षतिग्रस्त हुई प्रतिमा
खंडेला. अंधड़ में कस्बे के बस स्टैंड इलाके में करीब आधा दर्जन पेड़ गिर गए। कई बिजली के खम्भे टूट गए। नेहरु जी की प्रतिमा पर पेड़ गिरने से प्रतिमा खंडित हो गई। जिसे मंगलवार सुबह नगर पालिका में रखवाया गया तथा प्रतिमा स्थल से टूटे हुए पेड़ों को हटाया गया।
33 केवी लाइन पर गिरा पेड़
बावड़ी. ग्राम पंचायत ठीकरिया में अंधड़ से एनएच 52 ठीकरिया के समीप 33 केवी. लाइन पर पेड़ लाइन पर गिर गया। इससे बिजली के लाइन टूटकर गिर जाने से लाइन नीचे लटक गई। इससे क्षेत्र में अंधेरा छा गया।